लखनऊ न्यूज़: डालीगंज से बाबूगंज के बीच सड़क चौड़ीकरण का काम पांच महीने पहले पूरा हो गया, लेकिन स्ट्रीट लाइट अभी तक नहीं लगी. इससे डेढ़ किलोमीटर दायरे में अंधेरा छा जाता है, जिससे न सिर्फ वाहन चालक बल्कि कारोबारियों को काफी दिक्कत होती है. वहीं नगर निगम, पीडब्ल्यूडी और लेसा एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं.
डालीगंज से आईटी चौराहे के बीच संकरा रास्ता होने से सुबह से शाम तक भीषण ट्रैफिक जाम रहता है. इससे निशातगंज से चौक, ठाकुरगंज जाने वाले वाहन चालकों को काफी दिक्कत होती थी. जिसके बाद पीडब्ल्यूडी ने 6.68 करोड़ की लागत से सड़क चौड़ीकरण व लेसा ने पोल शिफ्टिंग का काम अगस्त 2022 में पूरा कर दिया, लेकिन पांच महीने बावजूद स्ट्रीट लाइट नहीं लगी. इससे बाबूगंज से डालीगंज तक करीब डेढ़ किलोमीटर मार्ग पर अंधेरा रहता है. इससे छोटे-बड़े वाहन चालकों व राहगीरों को काफी दिक्कत होती है. नगर निगम के मुताबिक पीडब्ल्यूडी की इलेक्ट्रिक विंग स्ट्रीट लाइट को अभी तक नगर निगम को हैंडओवर नहीं किया. वहीं लेसा व पीडब्ल्यूडी अपना काम पूरा करने का दावा कर रहे हैं.
आईटी चौराहा से डालीगंज के बीच रोजाना एक लाख वाहन गुजरते हैं. चौक मेडिकल कॉलेज, सिटी स्टेशन जाने का मुख्य मार्ग है, लेकिन अंधेरे के कारण वाहन चालकों को काफी दिक्कत होती है. वहीं पुलिसकर्मियों को गश्त करने में मशक्कत करनी पड़ती है. स्थानीय निवासी अशफाक खान ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण से पहले स्ट्रीट लाइट जलती थी, लेकिन पोल शिफ्टिंग के दौरान नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट हटा ली. उन्होंने बताया कि स्कूटी चालक कई बार गिरकर चोटिल हो चुके हैं.
आईटी चौराहा से डालीगंज के बीच पिछले साल अगस्त में चौड़ीकरण का कार्य पूरा कर दिया था, लेसा को पोल शिफ्टिंग के 1.34 करोड़ रुपये दिए. स्ट्रीट लाइट की जिम्मेदारी निगम की है. मनीष वर्मा, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी
पीडब्ल्यूडी की इलेक्ट्रिक विंग स्ट्रीट लाइट का काम कर रही थी, जिसे अभी हैंडओवर नहीं किया गया है. हैंडओवर प्रक्रिया के बाद ही स्ट्रीट लाइट जलाने का काम किया जाएगा.
-पंकज कुमार ,अपर नगर आयुक्त
डालीगंज में बिजली पोल शिफ्टिंग का काम पांच महीने पहले हो चुका है. नगर निगम को सूचित भी किया जा चुका है. स्ट्रीट लाइट जलाने की जिम्मेदारी नगर निगम की है.
-महेन्द्र तिवारी ,अधिशासी अभियंता, विश्वविद्यालय डिवीजन, लेसा
डालीगंज मुख्य थोक एवं फुटकर गल्ला बाजार है, लेकिन स्ट्रीट लाइट न जलने से कारोबार पर असर पड़ रहा है. लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारी भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि कई व्यापारी रात आठ बजे तक दुकान बंद कर देते हैं.