बरेली। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में 12 अक्टूबर को कुलपति की अनुपस्थिति में उनके कक्ष में तोड़फोड़ करने वाले चार नामजद समेत दो-तीन अज्ञात युवकों के खिलाफ बारादरी थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। चीफ प्रॉक्टर डा. एके सिंह ने मंगलवार को इस संबंध में एसएसपी को शिकायती पत्र दिया था, जिसके बाद बुधवार को कार्रवाई की गई है। चीफ प्रॉक्टर ने सभी का विश्वविद्यालय का छात्र होने से इनकार किया है। नामजद युवक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता हैं।
चीफ प्रॉक्टर की ओर से दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है कि 12 अक्टूबर को बिजनौर के छात्र परीक्षा परिणाम को लेकर परीक्षा नियंत्रक से मिले थे। समाधान होने पर वह वापस जा रहे थे। इस दौरान बाहरी युवक आए और छात्रों को जबरन कुलपति कक्ष में ले जाने लगे। अमित भारद्वाज, श्रेयांश बाजपेई, अमन तोमर, प्रशांत कुमार देवल व दो-तीन युवकों ने कुलपति कक्ष का गेट तोड़ दिया। कुलपति की कुर्सी उठाने का प्रयास किया। गोपनीय दस्तावेजों को खुर्द-बुर्द करने का प्रयास किया। जब सुरक्षा प्रभारी सुधांशु व प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ भी बदतमीजी की।
छात्राओं से छेड़छाड़ के झूठे आरोन लगाने लगे। यह सभी एक पोस्टर रखते हैं और अधिकारी की खाली कुर्सी पर चस्पा कर देते हैं। अमन पर बरेली कॉलेज में पूर्व में ही एफआईआर दर्ज है। यह सभी विश्वविद्यालय में अराजकता का माहौल पैदा करते हैं। इन छात्रों ने 9 सितंबर, 16 सितंबर और 15 अक्टूबर को भी विश्वविद्यालय में हंगामा व तोड़फोड़ की। जिन युवकों पर एफआईआर हुई है, वह एबीवीपी के कार्यकर्ता हैं। छात्रों ने एसपी सिटी से मुलाकात की और फोटो भी व्हाट्सएप पर शेयर कीं। वहीं अमन तोमर ने छात्रों की मदद की बात कही है और अन्य सभी आरोप निराधार बताए हैं।