नोएडा। नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह पुलिसकर्मियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करती नजर आ रही है लेकिन फिर भी विभाग में तैनात कुछ पुलिसकर्मी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। दरअसल, नोएडा में रेप केस की जांच कर रही महिला दारोगा पर पीड़िता के परिवार पर समझौता करने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि ईपीएफओ विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर को 11 जनवरी को रेप के आरोप में थाना सेक्टर 24 पुलिस ने जेल भेजा था। रेप पीड़िता ने महिला सुरक्षा में तैनात डीसीपी, एसीपी, समेत तमाम अधिकारियो से जांच अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई।
ऐसा बताया गया कि गुहार लगाने के बाद भी जांच अधिकारी नहीं बदली, वहीं पल्ल्वी तिवारी नाम की महिला दारोगा पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा और रेप पीड़िता का आरोपों का वीडियो सामने आने के बाद जांच अधिकारी महिला दारोगा से दूसरे जांच अधिकारी को केस ट्रांसफर कर दिया गया। जिसके बाद अब दूसरे जोन के एसीपी की निगरानी जांच होंगी। बताते चले कि महिला जांच अधिकारी पर लगे आरोपों के बाद जांच वापस ली गई।
मामले में पीड़िता का कहना है कि मेरा 376 का केस है, मेरे साथ रेप हुआ है। जब तक SHO थे, तब सब सही रहा, लेकिन, जब से आईओ मैडम आई है तब से पता नहीं क्या कर रही हैं। रिश्वत खा रही है, मुझसे कह रही हैं कि बयान मत दो, पैसे ले लो, तेरे घरवालों को भी पैसे दे दुंगी, मेरे घर तक पहुंच गईं, मेरे घरवालों को उठाकर ले आई। आरोपी महेश सिंह ने खुद बोला था कि मेरी इतनी ऊपर तक पहुंच है कि मैं बड़े-बड़े कमीश्नर को जानता हूं, इनको अपने हाथों में रखता हूं। थाना-24 के अंतर्गत एक मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें एक पीड़िता के द्वारा आरोप लगाया गया कि उसके साथ महेश व्यक्ति के द्वारा दुराचार किया गया। तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की गई और अभी विवेचना प्रचलित है। अभी एक तथ्य सोशल मीडिया वीडियो के माध्यम से संज्ञान में आया है, जिसमें पीड़िता के द्वारा यह बताया जा रहा है कि उसकी विवेचना सही ढंग से नहीं की जा रही है। तत्काल विवेचना का ट्रांसफर किसी अन्य सुयोग्य विवेचक को दिया जा रहा है।