करौली आश्रम से पिता चले गए अब जमीन जाने की नौबत, जमीन वापस लेने के लिए पैसे नहीं
कानपूर न्यूज़: डॉ. संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा के आश्रम से लापता देवघर (झारखंड) निवासी मुरली यादव के लापता होने के बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. मुरली के बेटे उमेश यादव की जमीन उसके हाथ से निकलने की कगार पर आ गई है. यह वह जमीन है जिसे उन्होंने गिरवी रखकर बाबा के आश्रम में हवन का पैसा चुकाया था.
मुरली की पत्नी उनके लापता होने के बाद सदमे में हैं. परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है पर हिम्मत नहीं हारा है. उमेश कहते हैं कि पिता को खोजने के लिए किसी भी हद तक जाना हो तो जाएंगे. उनकी गांव में एक हेक्टेयर जमीन थी. 26 जनवरी 2023 को जब वह पिता मुरली व भाई मुन्ना और छोटी के साथ करौली आश्रम पहुंचे. वहां से 27 जनवरी को पिता लापता हो गए थे. भाई मुन्ना भी लापता हुआ था मगर 15 दिन बाद वह मिल गया था. उमेश ने अपने पिता और भाई को खोजने के लिए करौली बाबा से मदद मांगी तो उनके लोगों ने हवन में भाग लेने के लिए 1.51 लाख रुपये की मांग रख दी.
पैसों का जुगाड़ करने के लिए उमेश ने गांव में एक हेक्टेयर जमीन गिरवी रख दी.उमेश बताते हैं कि अब उनके पास वापस करने के लिए पैसे नहीं है. जिस साहूकार को जमीन गिरवी रखी थी अब वह जमीन अपने नाम लिखाने के लिए उनके घर पर चक्कर लगा रहा है. वह जमीन की रजिस्ट्री करने का दबाव बना रहा है.
मां की हालत ज्यादा खराब, कराया भर्ती
उमेश बताते हैं कि मां मीना देवी की हालत खराब हो गई है. पिता के जाने का उन्हें सदमा लगा है. देवघर के एक अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया है. उमेश बताते हैं कि मां ने घर भर के लोगों से बात करना बंद कर दिया है. वह सिर्फ पिता के बारे में बोलती हैं और एक शब्द किसी से नहीं कहतीं.
इलाज के नाम पर हड़पे 1.60 लाख
बाबा संतोष भदौरिया को लेकर मध्य प्रदेश के एक शख्स का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसमें बताया कि हाइड्रोसील का इलाज कराने के नाम पर बाबा ने 1.60 लाख रुपये की धोखाधड़ी की. पत्र छतरपुर के कोतवाल को संबोधित है.पत्र में प्रकाश नारायण भट्ट शिकायतकर्ता हैं. लिखा है कि यू-ट्यूब पर उन्होंने बाबा के वीडियो देखे जिसमें जानकारी हुई कि वह सारी प्रकार की बीमारियां ठीक करते हैं. प्रकाश नारायण को हाइड्रोसील, बीपी, शुगर व पथरी और पत्नी को गैस व बेटे-बेटी को भी दर्द की समस्या थी. आश्रम में संपर्क किया तो 1.51 लाख रुपये खर्च बताया गया था.
बाबा बोले-5100 में सुनता हूं बात
आराम नहीं आया तो प्रकाश नारायण ने करौली बाबा से बात की. आरोप लगाया है कि बाबा ने उससे कहा कि मैं 5100 रुपये सुनने के लिए लेता हूं. इस पर और रुपये खर्च हुए आराम न आने के बाद जब शिकायत की तो सेवादारों ने आश्रम से बाहर निकाल दिया था.