Fatehpur: डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत,परिजनो ने की कार्रवाई की मांग
Fatehpur फतेहपुर। एक गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए पति ने प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया। डॉक्टर ने पहले बच्चे को मृत घोषित कर दिया और बाद में महिला के पेट की सफाई के नाम पर ब्लड कम होने की बात कहकर रेफर कर दिया।
महिला को परिजन इलाज के लिए कानपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से किया और स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को जानकारी दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
हुसेनगंज थानाक्षेत्र के भागूपुर मजरे समदा के रहने वाले कमलेश कुमार ने आरोप लगाया कि 22 जुलाई के दिन उसकी आठ माह की गर्भवती पत्नी सोनी देवी को प्रसव पीड़ा होने पर घर के पास एक निजी मेडिकल स्टोर पर डॉक्टर गीता उत्तम को दिखाया गया। जहां डॉक्टर ने जच्चा बच्चा दोनों की हालत गंभीर बताकर भर्ती कराने की बात कही।
जिसके बाद 23 जुलाई की सुबह पत्नी सोनी देवी को भर्ती कराया। उसके कुछ घंटे बाद डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की मौत हो गई है और पत्नी के पेट की सफाई करनी होगी। डॉक्टर पत्नी के पेट की सफाई के लिए कमरे में लेकर गए और कुछ देर बाद कहा कि ब्लड बहुत बह रहा है और उसे कहीं और ले जाएं। जब प्राइवेट एम्बुलेंस से पत्नी को ले जाने लगा तो पत्नी की सांस नही चल रही थी।
जिस पर डॉक्टर गीता उत्तम ने कहा कि जल्द लेकर जाओ और इलाज कराओ। पत्नी को लेकर कानपुर के एक निजी अस्पताल पहुंच तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद पत्नी के शव को लेकर घर आया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात आरोपी डॉक्टर
पीड़ित पति ने बताया कि उसका एक सात साल का बच्चा है। डॉक्टर के लापरवाही के कारण उसकी गर्भवती पत्नी और पेट पल रहे बच्चे की मौत हुई, जिसकी जिम्मेदारी डॉक्टर की है। जिसके ऊपर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए। पति ने यह आरोप भी लगाया कि गीता उत्तम कोराई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात है। घर से इलाज करती है, इसके पहले भी इनके हाथ से केस खराब हुआ है। मामले में कोतवाली प्रभारी तारकेश्वर राय ने बताया कि तहरीर के आधार पर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। इस मामले में सीएमओ ने बताया कि डॉक्टर की टीम बना दी गई है और जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई होगी।