लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नियोजन विभाग के कार्यों की समीक्षा की और प्रदेश में सेक्टरवार पोटेंशियल को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब तक प्राप्त 98,046 आवेदनों में से 41440 फैमिली आई.डी. निर्गत की जा चुकी है।
उन्होंने फैमिली आईडी के आधार पर योजनाओं की मैपिंग कर परिवारों को प्रदान की जा रही योजनाओं को सम्मिलित करते हुये परिवार कल्याण ई-पासबुक जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी/रोजगार/सेवायोजन से जोड़ने के लागू फैमिली आईडी कार्यक्रम के बारे में आमजन के बीच जागरूकता बढ़ाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के संबंध में दीर्घकालिक नियोजन के लिए स्टेट ट्रांसफार्मेशन कमीशन का सृजन किया गया है। कमीशन में सभी महत्वपूर्ण पदों पर योग्य विशेषज्ञों का चयन/नामांकन यथाशीघ्र कर इसे क्रियाशील किया जाए।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद 16,45,317 करोड़ था, जो 2021-22 में लगभग 20 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 19,74,532 करोड़ हो गया है। वहीं, 2022-23 के लिए तैयार अग्रिम अनुमानों के आधार पर राज्य आय 21.91 लाख करोड़ से आंकलित हुई है। यह स्थिति संतोषप्रद है।
उन्होंने कहा, बुंदेलखंड और पूर्वांचल के विकास के लिए आवंटित निधि का उपयोग बहुआयामी एवं दीर्घकालिक विकास को ध्यान में रखकर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार हो।
उन्होंने कहा कि आकांक्षात्मक विकास खंड कार्यक्रम शासन की प्राथमिकता में है। शासन स्तर से हर विकास खंड का सतत अनुश्रवण किया जा रहा है। मार्च 2022 से मार्च 2023 तक ओवरऑल डेल्टा रैंकिंग में जनपद कुशीनगर का बिशुनपुरा विकास खंड सर्वश्रेष्ठ रहा है। इसी प्रकार, विषयगत क्षेत्र-वार डेल्टा रैंकिंग के अंतर्गत चिकित्सा एवं पोषण में मझगवां (बरेली), शिक्षा में वजीरगंज (बदायूँ), कृषि एवं जल संसाधन में भीटी (अम्बेडकर नगर), वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास में फतेहगंज (बरेली) और इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट के इंडिकेटर पर सोहांव (बलिया) विकास खंड प्रथम स्थान पर रहा है।