फार्चून के नाम पर बाजार में बिक रहा नकली सरसों तेल, यहां हुआ खुलासा
खाद्य विभाग की टीम ने नकली तेल के खेल का पर्दाफाश किया है.
गोरखपुर जिले में खाद्य विभाग की टीम ने नकली तेल के खेल का पर्दाफाश किया है. खाद्य विभाग की टीम ने फॉर्च्यून रिफाइंड के नाम पर नकली सरसों और रिफाइंड तेल बेचने पर कार्रवाई की है. विभाग की टीम ने अमृत और बसेरा जैसे खराब गुणवत्ता वाले सरसों और रिफाइंड ऑयल को फॉर्च्यून के टिन में बेचने वाले मिलावटखोरों के ठिकाने पर छापेमारी की. विभाग ने छापेमारी में भारी मात्रा में नकली सरसों का तेल बरामद किया.
छापेमारी में पता चला कि अमृत और बसेरा ब्रांड के नकली तेलों को फॉर्च्यून के टिन में भरकर बेचा जा रहा था. टीम ने 95 टिन में भरे गए 1,425 लीटर फॉर्च्यून ब्रांड के रिफाइंड और सरसों के तेल को बरामद कर सील किया है. इसके साथ ही उसके नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है.
खाद्य विभाग की टीम ने ये छापेमारी साहबगंज मंडी की एक दुकान में की है. ये कार्रवाई गोरखपुर के खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने असिस्टेंट कमिश्नर फूड श्रवण कुमार मिश्रा के नेतृत्व में की है. पता चला है कि बगैर लाइसेंस के दुकान चला रहे दुकानदार भगवती प्रसाद अवैध तरीके से नकली सरसों और रिफाइंड तेल बेच रहा था. आरोपी खराब गुणवत्ता वाले सरसों और रिफाइंड तेल को फॉर्च्यून के पुराने 15 लीटर के टिन में भरता था और बाजार में नई पैकिंग के साथ बेच देता था.
खाद्य विभाग की टीम ने 80 टिन रिफाइंड और 15 टिन सरसों का तेल बरामद किया है. तेल की कीमत करीब साढ़े तीन लाख रुपये बताई जा रही है. छापेमारी के दौरान चंद्र प्रकाश ने पहले अपना नाम गलत बताया. उसके बाद जब टीम ने आधार कार्ड मांगा, तो उसका नाम चंद्र प्रकाश निकला. चंद्र प्रकाश गोरखपुर के राजघाट थानाक्षेत्र के बसंतपुर का रहने वाला है.
बता दें कि कुछ दिन पहले भी खोराबार पुलिस ने मोतीराम अड्डा के पास एक गोदाम में 5-5 लीटर के गैलन में पतंजलि और सफोला नाम के ब्रांड का 375 लीटर नकली तेल बरामद किया था, लेकिन आरोपी फरार हो गए थे.