आगरा न्यूज़: ताजगंज पुलिस ने एक फर्जी सीए को दुराचार, मारपीट और आईटी एक्ट में जेल भेजा. आरोप है कि उसने एक युवती को अपने यहां एकाउंटेंट के पद पर नौकरी पर रखा. उसे जाल में फंसा शरीरिक शोषण किया. युवती ने नौकरी छोड़ दी तो भी पीछा किया. फोटो वायरल करके उसे बदनाम किया. युवती ने पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी.
युवती कासगंज निवासी है. उसने पुलिस को बताया कि दिसंबर 2020 में उसने मनोज कुमार के यहां नौकरी ज्वाइन की थी. मनोज ने खुद को सीए बताया. उसके करीब आ गया,बाद में उसके साथ मारपीट व अभद्रता करने लगा. वह नौकरी छोड़ नोएडा चली गई. आरोपित ने उस पर लौटने का दबाव बनाया. एक दिन बस से उतारकर पीटा. उसके फोटो-वीडियो वायरल कर दिए. उसका नंबर अपने नाम से पोर्ट करा लिया. गलत इस्तेमाल किया. उसे धमकी देने लगा कि कहीं नौकरी नहीं करेगी. आरोपित ने उसके साथ कई बार दुराचार किया. इंस्पेक्टर ताजगंज बहादुर सिंह ने बताया कि मनोज कुमार मूलत नगला डीम का निवासी है. वर्तमान में ताजगंज क्षेत्र में पुष्पांजलि अपार्टमेंट में रह रहा था. विवाहित है, दो बच्चे हैं. बीकॉम पास है.
युवतियों को फंसाता था: पुलिस का दावा है कि आरोपित नई उम्र की युवतियों नौकरी के बहाने जाल में फंसाया करता था. इंटरव्यू लेता था. जो युवती उसे पसंद आती थी उसे नौकरी पर रखता था. कासगंज की युवती को उसने इसी तरह जाल में फंसाया था.
सिरफिरे से परेशान: रकाबगंज की एक युवती सिरफिरे से परेशान है. आरोपित प्रेम सिंह लंबे समय से उसके पीछे पड़ा है. युवती ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपित से भयभीत होकर उसने खुदकुशी का प्रयास तक किया था. आरोपित उस पर मुकदमा वापसी का दबाव बना रहा है. युवती ने बताया कि सात मार्च को आरोपित ने जबरन कार में बैठा लिया. उसके कपड़े फाड़ दिए.