Faizabad: 50 लाख रुपये मिलने के बाद भी पीएम आवास नहीं बना
41 लाभार्थियों ने पीएम आवास के बजट को डकार लिया
फैजाबाद: पीएम आवास के लिए 50 लाख रुपये मिलने के बाद भी आशियाना नहीं बन रहा है. बीडीओ और सचिव की ओर से तीन-तीन नोटिस भेजा गया. आशंका है कि 41 लाभार्थियों ने पीएम आवास के बजट को डकार लिया है.
विखं गौर में 8 ग्राम पंचायतें हैं. वर्ष 2014 में केन्द्र सरकार द्वारा पीएम ग्रामीण आवास योजना शुरू की गई. पीएम आवास के चयनित लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में 40 हजार, द्वितीय किस्त के रूप में 70 हजार और तृतीय किस्त के रूप में हजार रुपये की धनराशि व नब्बे दिन की मनरेगा योजना से मजदूरी भुगतान करना सुनिश्चित हुआ. आलम यह है कि गौर ब्लॉक में वर्ष 2016-17 के चार, 2017-18 के दो, 2018-19 व 2019-20 के एक-एक, 2020-21 के , 2021-22 के 17 व 2023-24 का एक आवास अभी तक अपूर्ण है. ब्लॉक के जानकारों की मानें तो इसमें पांच लाभार्थी मृतक व सात पलायन कर गए हैं. वहीं छह आवास निर्माणाधीन हैं. लाभार्थियों को बीडीओ व सचिव की ओर से तीन-तीन बार नोटिस भेजा गया है. लेकिन लाभार्थी आवास बनवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं. इस बाबत खंड विकास अधिकारी गौर राजेश कुमार सिंह ने कहा लाभार्थियों को नोटिस भेजा जा चुका है. अब रिकबरी के लिए तहसील स्तर से कार्रवाई करने को पत्र लिखा गया है.
हाथों से स्ट्रेचर बना मरीज को ले जाने का किया प्रदर्शन: जवाहर नवोदय विद्यालय रुधौली में राज्यस्तरीय जांच शिविर में स्काउट प्रतिभागियों ने हाथों के माध्यम से स्ट्रेचर बनाकर उस पर मरीज को बैठाकर ले जाने का प्रदर्शन किया. प्रशिक्षकों ने उसका मूल्यांकन किया. लीडर ऑफ द कोर्स डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि आपदा आपातकाल में कभी स्ट्रेचर की सुविधा नहीं मिल पाने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में स्काउट गाइड हाथों को स्ट्रेचर के रूप में इस्तेमाल करने की कला सीखते हैं. इसकी जांच चल रही है, प्रतिभागियों की क्षमता और कौशल का मूल्यांकन प्रशिक्षकों की ओर से किया जा रहा है.