Faizabad: चिकित्सकों के 206 व बस्ती जिले में 127 पद है खाली
मंडल में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के 2581 पद रिक्त हैं.
फैजाबाद: पूर्वी यूपी में आबादी के सापेक्ष स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन इन सुविधाओं को संचालित करने के लिए आवश्यक चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टॉफ की भारी कमी है. मंडल में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के 2581 पद रिक्त हैं.
गोरखपुर मंडल में चिकित्सकों के करीब 400 पद खाली हैं. मंडल मुख्यालय होने के बावजूद गोरखपुर चिकित्सकों की सर्वाधिक किल्लत से जूझ रहा है. यहां पर 154 पद रिक्त है. जिसमें सीएमओ के अधीन 120, जिला अस्पताल में 15, महिला अस्पताल में सात और एयरपोर्ट स्थित टीबी अस्पताल में 12 पद रिक्त हैं. वहीं, महाराजगंज में चिकित्सकों के 146 पद रिक्त हैं. जिसमें सीएमओ के अधीन 118, जिला अस्पताल में 10 और एमसीएच विंग में 18 पद खाली हैं. देवरिया में 78 और कुशीनगर में चिकित्सकों के 22 पद रिक्त हैं. जिलों के कई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक तैनात ही नहीं हैं. वहीं सीएचसी में मानक से कम चिकित्सक तैनात हैं. इसके कारण मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है. वहीं बस्ती मंडल में भी चिकित्सकों का टोटा है. यहां 206 पद रिक्त हैं. बस्ती जिले में चिकित्सकों के 233 स्वीकृत पदों के सापेक्ष 127 रिक्त है. संतकबीरनगर में चिकित्सकों के महज 55 पद सृजित हैं, जिनमें 47 रिक्त हैं. सिद्धार्थनगर में चिकित्सकों के 33 पद रिक्त हैं.
नर्स समेत पैरामेडिकल स्टॉफ व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की है भारी कमी ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य महकमे में सिर्फ चिकित्सकों की ही कमी है. महकमा पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी से भी जूझ रहा है. नर्स, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष व महिला के अलावा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सबसे अधिक कमी है. गोरखपुर मंडल में फार्मासिस्टों के 63 पद रिक्त हैं. सबसे अधिक कुशीनगर में 35 पद फार्मासिस्टों के रिक्त पड़े हैं. गोरखपुर में सात, देवरिया में 14 और महाराजगंज में नौ पद रिक्त हैं. मंडल में नर्स के 136, लैब टेक्नीशियन(एलटी) के 11, एक्सरे टेक्नीशियन के दो, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के 6, स्वास्थ्य कार्यकर्ता(स्वा. का.) पुरुष के 442, स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला के 4, हेल्थ विजिटर(एचवी) के 8 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 649 पद रिक्त हैं.