आगरा न्यूज़: एंबुलेंस में रखे ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट की दहशत बम धमाके से कम नहीं थी. गनीमत रही कि हवा में उड़े सिलेंडर के टुकड़े किसी के सिर से नहीं टकराए. मौके पर कई बार अफरा-तफरी मच गई. सड़क पर बिजली के तार टूटे पड़े थे. पेड़ की टहनियां अलग हो गई थीं.
शाम करीब सवा पांच बजे का समय था. हाइवे पर वाहन चल रहे थे. हेरीटेज हॉस्पिटल के बाहर तीमारदार मौजूद थे. शारदा ग्रुप के ऑफिस का गार्ड दिल बहादुर केबिन में बैठा था. एकाएक जबरदस्त धमाका हुआ. कान सुन्न पड़ गए. हाइवे पर वाहनों के पहिए थम गए. हॉस्पिटल के बाहर मौजूद लोग बुरी तरह घबरा गए. बराबर स्थित इमारतों के शीशे आवाज के साथ चकनाचूर होकर नीचे गिरने लगे. एकपल तो समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ है. लोगों ने एंबुलेंस की हालत देखी तो सहम गए. एंबुलेंस का अगला हिस्सा दिख रहा था. पिछला हिस्सा गायब था. अगली सीट पर चालक लहूलुहान पड़ा था. आधा सिर गायब था. शरीर के चिथड़े उड़ गए थे. आनन-फानन में उसे बाहर निकाला. तभी अचानक एंबुलेंस में आग लग गई. आसपास बिजली के तार टूटे पड़े थे. लोग जैसे ही पास गए भीड़ ने हल्ला मचा दिया. करंट है. अफरा-तफरी मच गई. आग भड़कती देख हॉस्पिटल के कर्मचारी आग बुझाने वाले सिलेंडर लेकर आए. एक-एक करके दो सिलेंडर खाली हो गए. आग नहीं बुझी. बराबर में खड़ी एंबुलेंस को भी चपेट में ले लिया. यह देख कर्मचारी बड़ा सिलेंडर लाया. आग बुझाते समय उसके हाथ से पाइप छूट गया. मिट्टी उड़ने लगी फिर अफरा-तफरी मच गई. इसी बीच फायर कंट्रोल को सूचना दी गई.
बुलेंस में घरेलू एलपीजी सिलेंडर इस्तेमाल होते हैं
हॉस्पिटल के बाहर एंबुलेंस में हुए विस्फोट ने कई खतरों की ओर इशारा किया है. शहर में कई अस्पताल ऐसे हैं जहां एंबुलेंस में घरेलू एलपीजी सिलेंडर इस्तेमाल किये जाते हैं. सिर्फ चंद रुपये बचाने के लिए एंबुलेंस के चालक लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. हाइवे पर हुआ यह हादसा काफी भीषण था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि समय रहते परिवहन विभाग व स्वास्थ्य विभाग को एंबुलेस में घरेलू सिलेंडर के इस्तेमाल पर रोक लगानी चाहिए.
बैंक हाउस में गिरा सिलेंडर का माउथ
हाईवे पर एसआरके मॉल के पीछे बैंक हाउस कालोनी है. कालोनी में एक कार खड़ी थी. ऑक्सीजन सिलेंडर का अगला हिस्सा कार का शीशा तोड़कर अंदर घुस गया. तेज धमाका हुआ. कालोनी वासी घरों से बाहर निकल आए. वहीं हाईवे के दूसरी तरफ मौर्या नर्सिंग होम है. इसके बराबर स्थित घर की छत पर भी सिलेंडर का एक वजनी टुकड़ा गिरा. बैंक हाउस कालोनी निवासी वीरेंद्र अग्रवाल एडवोकेट ने बताया कि उनकी कार घर के बाहर खड़ी थी.
दूसरा टुकड़ा दूर छत पर जाकर गिरा
तेज धमाका सुनकर लोग घरों से बाहर आए. कार का ड्राइविंग सीट के बराबर वाला शीशा टूटा हुआ था. सीट पर ऑक्सीजन सिलेंडर का ऊपरी हिस्सा पड़ा था. उसमें काफी वजन था. वह किसी के सिर से टकराता तो उसका बचना असंभव था. वहीं मौर्या नर्सिंग होम के बराबर में अमित गरगेश का घर है. उन्होंने बताया कि एक टुकड़ा उनकी छत पर गिरा. छत पर पानी की टंकी पत्थर के ऊपर रखी थी. लोहे का टुकड़ा उस पत्थर से टकराया था. पत्थर टूट गया.