लखनऊ। कुलपति प्रो.आलोक कुमार राय के नेतृत्व में लखनऊ विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज ने छात्राओं के स्वास्थ्य एवं हॉस्टल हाईजिन से संबंधित पैनल डिस्कशन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञों के सहयोग से आयोजित किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विधि संकाय, इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज,अभियांत्रिकी एवं तकनीकी संकाय और इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी की लगभग 150 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। फार्मेसी विभाग द्वारा इन छात्राओं का ब्लड टेस्ट भी किया गया। डॉ.मंजुलता वर्मा ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर के भारत में लगभग 67 हजार नए केस प्रतिवर्ष परीक्षण से पता चलता है। जिससे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है अगर समय से जनता को जागरूक किया जाये। इसके लिए इन्होंने सलाह दिया कि हर विवाहित महिला को पैप स्मीयर का टेस्ट कराना चाहिए, यह टेस्ट हर तीन साल पर कराना चाहिए।
यह टेस्ट सरकारी हॉस्पिटल में उपलब्ध है तथा यह जाँच प्रक्रिया दर्द रहित है। इस रोग से बचने के लिए 11 से 12 वर्ष की किशोरावस्था की बच्चियों को एचपीवी वैक्सीनेशन कराना चाहिए जिसमें गार्डसील एवं सेरविक्स वैक्सीन जो बाजार में उपलब्ध है और ये वैक्सीन दो डोज में लगती है, दोनों डोज के बीच में 0-6 माह का अंतर होना चाहिए। जिन बच्चियों की यह डोज छूट गयी है वो 26 वर्ष तक ये डोज ले सकती है, यह तीन डोज में लगता है। यह वैक्सीनेशन 90 प्रतिशत सुरक्षित होगा और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इन्होंने बताया कि 60-70 प्रतिशत तक पूरे देश में एनीमिया के रोगी है, इससे बचने के लिए आहार में पत्तेदार हरी सब्जिया टमाटर एवं अनार के सेवन करने से एनीमिया से बचाव किया जा सकता है एवं ओरल आयरन दवाई 3 से 4 सप्ताह लेने पर 1 ग्राम हीमोग्लोबिन बढ़ाया जा सकता है। डॉ. पुष्पलता शंखवार स्त्री रोग विशेषज्ञ ने न्यूत्रियंट एंड मेंस्ट्रुअल के रोकथाम के उपाय बताया।