जिम में ज्यादा पसीना बहाना निकाल रहा दम, जाने इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट के बारे में
लखनऊ न्यूज़: कोरोना काल के बाद कई लोग फिटनेस का ध्यान रखने के लिए जिम जाने लगे हैं. कुछ लोग अपनी क्षमता से अधिक वर्क आउट करने लगते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा करना खतरनाक है. जिम के दौरान जान गंवाने की वाली घटनाओं के पीछे एक वजह यह भी है.
लोहिया संस्थान के कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. भुवन चंद्र तिवारी ने बताया शादी में डांस करते वक्त, स्टेज पर परफॉर्मेंस देते समय या फिर जिम में एक्सरसाइज करने के समय जान चली जा रही है. इसके पीछे बड़ा कारण पहले से ही हार्ट की किसी समस्या से ग्रस्त होना हो सकता है. हालांकि, ऐसा हर मामले में हो यह भी जरूरी नहीं है.
ज्यादा उत्साह से हो सकता है कार्डियक अरेस्ट डॉ. भुवन कहते हैं कार्डियक अरेस्ट किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को आ सकता है. ज्यादा उत्साह के कारण 'एड एनर्जी ड्राइव'बढ़ जाती है. हार्ट कोलैप्स कर जाता है. दिल की मांसपेशियों में सिकुड़न के केस भी सामने आए हैं. दिल की धड़कन बिगड़ जाती है और कार्डियक अरेस्ट से मौत हो जाती है.
● सामान्य दशा में हार्ट बीट करता है. सामान्य हृदय एक मिनट में 72 बार धड़कता है. मगर, जब यह रेट 200-250 या 300 बीट प्रति मिनट हो जाती है, तो दिन प्रभावी तरीके से ब्लड को पंप नहीं कर पाता है.
● दिल में कंडक्शन सिस्टम होता है, जिसमें इलेक्ट्रिकल करंट एक से दूसरी जगह तक फ्लो करता है. इसकी वजह से दिल में सिकुड़न होती है.
● दिमाग में खून न पहुंचने के कारण मौत हो जाती है.
जिम जा रहे हैं तो जरूरी जांचें जरूर कराएं
जिम में अचानक वजन उठाने या तेज दौड़ने से दिल पर दबाव पड़ता है. नसों में सिकुड़न से दिल को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता है. जिम जाने से पहले डायबिटीज और लिप्ड प्रोफाइल कराना चाहिए.