Kashi Vishwanath धाम में शिव दर्शन को इस द्वार से करें एंट्री

Update: 2024-07-22 05:46 GMT
उत्तर प्रदेश UP : वाराणसी मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने विश्वनाथ धाम में सावन के दौरान दर्शनार्थियों की सुविधाओं और सुरक्षा की जानकारी देते हुए कहा कि काशी द्वार से काशीवासियों को मंगलवार से दर्शन के लिए प्रवेश मिलेगा। Residents of Kashi  काशीवासियों को प्रतिदिन सुबह 4 से 5 बजे स्पर्श दर्शन और शाम 4 से 5 झांकी दर्शन की सुविधा मिलेगी। सावन के सोमवार और विशेष अवसरों पर काशी द्वार से प्रवेश पर रोक रहेगी। इस द्वार से प्रवेश के लिए काशी के दर्ज पते (एड्रेस) वाला आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र एपिक कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि आईडी कार्ड मान्य होंगे।
पहली बार गेट नं. 4 से पहले मैदागिन की तरफ से प्रवेश के लिए द्वार 4-ए (सिल्को गली होते हुए) और गेट नं. 4 से पूर्व सटे हुए Godaulia गोदौलिया की तरफ से प्रवेश के लिए द्वार 4-बी (काशी द्वार) बनाया गया है। पहली बार सरस्वती फाटक प्रवेश द्वार पर दबाव कम करने के लिए अतिरिक्त भीड़ की कतार सरस्वती पार्क स्थित रैंप पर लगाने की व्यवस्था की गई है क काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लाइव दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। कमिश्नर ने सोमवार को पहुंचने वाली भारी भीड़ के मद्देनजर पेयजल, चिकित्सा, भीड प्रबंधन, पीए सिस्टम, सम्पूर्ण धाम की सफाई आदि व्यवस्थाओं को बेहतर करने पर जोर दिया।  
वाहनों की एंट्री बंद  सावन के पहले सोमवार को शिवभक्त-कांवरियों के सुगम दर्शन के लिए विश्वनाथ धाम जाने वाले चार प्रमुख रास्तों पर रविवार से ही वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई। यह रोक मंगलवार सुबह तक जारी रहेगी। वहीं, चांदपुर चौराहे से मोहनसराय के बीच शनिवार रात 8 बजे से वाहन रोक दिए गए थे। यह प्रतिबंध TUESDAY मंगलवार सुबह आठ बजे तक रहेगा। सावन के बाकी दिनों में भारी वाहन प्रतिबंधित रहेंगे, अन्य वाहन चलते रहेंगे। शहर में मैदागिन से गोदौलिया होते हुए सोनारपुरा चौराहा, गुरुबाग से बेनिया तिराहा, ब्रॉडवे तिराहा से सोनारपुरा होते हुए गोदौलिया और भेलूपुर चौराहा से रामापुरा चौराहा तक वाहन नहीं चले। पैडल रिक्शा भी प्रतिबंधित हैं। मंगलवार सुबह तक इन मार्गो पर केवल पैदल आने- जाने की अनुमति है।
कांवरिया मार्गों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हाइवे पर कांवरिया लेन समेत प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। 45 अस्थायी चौकियों के जरिए रात में भी निगरानी शुरू हो गई है। विश्वनाथ धाम और आसपास SUNDAY  रविवार से ही ड्रोन से निगरानी शुरू हो गई। ड्रोन कैमरों से अफसर सुरक्षा के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। विश्वनाथ मंदिर के आसपास चार कंपनी पीएसी, दो कंपनी सेंट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स और सिविल पुलिस की तैनाती की गई है। एनसीसी कैडेट के अलावा विभिन्न संगठनों के लोग बतौर वालंटियर भक्तों की सेवा में लगे हुए हैं। शहर और हाईवे पर लगे शिविरों पर भी पुलिस की निगरानी है।
यहां वाहनों की पार्किंग शिव भक्तों के वाहनों की पार्किंग के लिए 12 स्थल तय हैं। रोहनिया भास्करा पोखरा, जगतपुर इंटर कॉलेज का मैदान, मजदा टाकीज, काशी रेलवे स्टेशन की पार्किंग, बसंता कॉलेज कट के सामने पानी टंकी के नीचे, भदऊ चुंगी के द्वाएं रेलवे विभाग के मैदान में, टाउनहाल पार्किंग मैदागिन, हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज के सामने, मछोदरी पार्क मैदान, क्वींस इंटर कॉलेज का मैदान लहुराबीर, काशी विद्यापीठ परिसर, Ravindrapuri रवींद्रपुरी में कीनाराम आश्रम के सामने।
 
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