ताजमहल में बढ़ाई गई किलाबंदी, दीवारों पर लगे कटीले तार, वॉचटावर से भी निगरानी
आगरा में ताजमहल के पार्श्व में सीआईएसएफ की किलेबंदी बढ़ा दी गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आगरा में ताजमहल के पार्श्व में सीआईएसएफ की किलेबंदी बढ़ा दी गई है। यहां स्मारक की दीवार से 20 मीटर पर कटीले तार लगाए गए हैं। यहां शिफ्टवार सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। मेहताब बाग में वॉचटावर पर तीन शिफ्टों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जा रहा है। विजिलेंस की रिपोर्ट के बाद अब ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था को पहले से और ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। ताजमहल के पीछे यमुना किनारे की ओर स्मारक को ज्यादा सुरक्षित रखने के लिए कटीले तार लगाए गए हैं। लोहे की ग्रिलों की उंचाई आठ से 10 फीट रखी गई है। उनके ऊपर कटीले तार लगा दिए गए हैं। यहां केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों की तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जा रही है।
बढ़ाई जाएगी सुरक्षा
मेहताब बाग की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। वॉचटावर फिर से तैयार कराए जाने हैं। तीन शिफ्टों में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा। अभी भी कुछ वॉचटावरों से सुरक्षाकर्मियों द्वारा निगरानी की जा रही है।
विजिलेंस ने दी है रिपोर्ट
ताज की सुरक्षा को लेकर हर महीने उच्च स्तरीय बैठक होती है। साथ ही एडीजी सुरक्षा द्वारा स्मारक परिसर का निरीक्षण भी किया जाता है। विजिलेंस ने स्मारक की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा बढ़ाए जाने की बात कही थी।
ताजमहल के दक्षिणी गेट के सामने अब चबूतरे का निर्माण नहीं हो सकेगा। ताजमहल के 500 से 750 मीटर तक एक मंजिला भवन की अधिकतम ऊंचाई 3.75 मीटर होगी। जबकि 750 मीटर से एक किमी तक दो मंजिला भवन की अधिकतम ऊंचाई 7.50 मीटर होगी। निर्माण कार्य और जो मोबाइल टावर ताजमहल के दक्षिणी गेट के सामने लगे हैं उन्हें हटाया जाएगा। इस साल के अंत तक महायोजना 2031 लागू होगी। वर्तमान में यह महायोजना 2021 तक प्रभावी थी। इसे वर्ष 2007 में लागू किया गया था। आगरा महायोजना 2031 में फतेहपुर सीकरी क्षेत्र भी शामिल है। इसके साथ ही इनर रिंग रोड के आसपास, कुबेरपुर क्षेत्र भी शामिल है।