हर माह जागरूकता अभियान चलाने के साथ किए जा रहे प्रयास नकाफी साबित
जागरुकता अभियान फेल, 12 बढ़े सड़क हादसे
बस्ती: केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार से लेकर मंडल स्तर व जिला स्तर पर सड़क हादसे रोकने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. हर माह जागरूकता अभियान चलाने के साथ किए जा रहे प्रयास नकाफी साबित हो रहे हैं.
इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले एक वर्ष की तुलना में मंडल में 11.73 प्रतिशत सड़क हादसों की वृद्धि हुई है. यह आंकड़े मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में रखे गए. बैठक में सड़क हादसों में वृद्धि देख मंडलायुक्त ने असंतोष व्यक्त करते हुए इनमें कमी लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के अधिकारियों को निर्देश दिए. बैठक में बताया गया कि मंडल में कैलेंडर वर्ष 2023 में 3,123 सड़क दुर्घटनाओं में 1,536 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है जो कि वर्ष 2022 की तुलना में 11.73 प्रतिशत अधिक था. इसमें मृतकों की संख्या में 8. प्रतिशत की वृद्धि तो घायलों की संख्या में 14.72 प्रतिशत की वृद्धि थी. यह स्थिति तब थी जब शासन ने प्रति वर्ष सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्तियों की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी लाने के निर्देशित दिए हैं. इस वृद्धि पर मंडलायुक्त ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये सभी संबंधित विभागों को ऐसे मार्गों को चिन्हित करने के निर्देश दिये जहां पर अधिक दुर्घटनायें हो रही है. ऐसे मार्गों का सड़क सुरक्षा ऑडिट कराये जाने के भी निर्देश दिये.
स्कूली वाहनों और एंबुलेंस की कराई जाए नियमित जांच: मंडलायुक्त ने स्कूली वाहनों के मानकों की शत-प्रतिशत जांच नियमित किये जाने के निर्देश देते हुए निर्देशित किया कि कोई भी स्कूल वाहन अनाधिकृत रूप से एलपीजी गैस किट लगाकर संचालित न हो. स्कूल वाहन चालकों के चरित्र एवं डीएल का शत-प्रतिशत सत्यापन कराया जायें. सरकारी अस्पतालों एवं निजी अस्पतालों में लगी एंबुलेंसों की फिटनेस की जांच की जायें. मानकों को पूरा न करने वाले वाहनों को सीज किया जाए. बैठक में आईजी डॉ. राकेश सिंह, संयुक्त निदेशक शिक्षा राकेश कुमार, सह निदेशक बेसिक शिक्षा विनय कुमार, आरटीओ प्रशासन कमल गुप्ता, आरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार सिंह, रोडवेज आरएम दीपक चौधरी, एसपी ट्रैफिक शिवराज समेत अन्य अधिकारी रहे.