डेयरियों की भरमार के कारण सीवर लाइन बिछवाने से डर रहे हैं लोग, जानिए पूरा मामला

Update: 2022-11-07 09:19 GMT

मेरठ न्यूज़: नगर के मध्य सघन मोहल्लों को मिलाकर बनाया गया वार्ड-43 अभी तक सीवर लाइन से वंचित है। वार्ड के लोग भी नहीं चाहते कि अभी यह काम शुरू किया जाए। दरअसल वार्ड के लोगों को आशंका है कि भूमिगत सीवर लाइन को इन वार्ड में चल रही अवैध डेयरियों से निकलने वाला गोबर आएि दिन चोक किए रखेगा। इसके बजाय लोग अपने क्षेत्र में मजबूत नाले बनवाने को वरीयता देते हैं। वहीं वार्ड की अधिकतर गलियों के मुकाबले मुख्य मार्ग काफी नीचे नजर आते हैं, जिनकी पुलिया भी काफी ऊंची बनी हुई है। इस ऊंचे-नीचे निर्माण के बीच अकसर दुपहिया वाहन फिसलकर गिर जाने की आशंका बनी रहती है। पूर्वी ब्रह्मपुरी के नाम से बने वार्ड-43 में गौतमनगर, इंद्रानगर, मास्टर कॉलोनी, गौरीपुरा आदि मोहल्ले आते हैं। इस वार्ड में करीब 11 हजार वोटर हैं। नगर निगम में इस वार्ड का प्रतिनिधित्व कार्यसमिति के उपाध्यक्ष और सर्वदलीय पार्षद दल के चेयरमैन रंजन शर्मा करते हैं। यह वार्ड अपेक्षाकृत अच्छी स्थिति में नजर आता है, जिसमें नालों और खड़ंजों से लेकर सफाई आदि को लेकर वार्ड के लोगों ने संतोष प्रकट किया है। वार्ड निवासी विकास, धर्मेन्द्र गर्ग, संजय गोयल, प्रदीप वर्मा, हिमांशु अग्रवाल गुप्ता, विजयपाल वर्मा आदि के विचार जानने का प्रयास किया गया। अधिकांश ने अपने पार्षद रंजन शर्मा के समर्पण और सहज रूप से उपलब्ध होने की बात जरूर कही। पार्टी आदि के इतर लोगों ने यह कहने में गुरेज नहीं किया कि वार्ड के पार्षद समर्पित होकर क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का निराकरण और सेवा में लगे रहते हैं। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि नालों की सफाई जितने अच्छे ढंग से होनी चाहिए, वह नहीं हो पा रही है। इसके कारण अक्सर नाले अवरुद्ध हो जाते हैं। मुख्य बाजार के निवासियों का कहना है कि कुछ समय पहले तक उनके क्षेत्र की नालियों में पानी रुकने की समस्या रहती थी।

जिसके समाधान के लिए आरसीबी से नाले का निर्माण कराया गया है। जिसके बाद से क्षेत्र से जलनिकासी की सुविधा काफी बेहतर हुई है। उनका कहना है कि आम तौर पर सफाई नियमित रूप से कराने का प्रयास किया जाता रहा है। हालांकि संजय गोयल मानते हैं कि सीवर लाइन बिछ जाए, तो इससे और लाभ मिल सकता है। लेकिन इसमें भी इसमें एक अवरोध यह है कि वार्ड में अनेक डेयरियां अवैध रूप से संचालित हो रही हैं। जिनसे निकलने वाला गोबर सीवर लाइन को चोक कर सकता है। जिसके बाद जलनिकासी की समस्या और गंभीर रूप धारण कर सकती है। ऐसे में वार्ड से डेयरियों को बाहर निकाले जाने तक नालों का जाल और बेहतर करके जलनिकासी करने का विकल्प ही उचित है। का होना एक अवरोध पैदा कर रहा है। आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी बनने की दौड़ में शामिल हर्ष पंडित का कहना है कि सामान्य तौर पर वार्ड में भले ही जलभराव न होता हो, लेकिन बरसात के दौरान वार्ड की अधिकांश गलियां पानी में डूब जाती हैं, और यह इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या है। उनका कहना है कि इस वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का अभियान भी उस पैमाने पर नहीं चल पा रहा है, जैसा कि शहर के दूसरे भाग में चल रहा है।

हर्ष पंडित का कहना है कि इसमें सुधार की आवश्यकता है। वार्ड के लोगों ने एक और प्रमुख समस्या की ओर ध्यान दिलाया, जिसमें कहा गया कि बिजली विभाग से जुड़ी कई समस्याएं इस वार्ड के लोगों को परेशान करती हैं। जिसमें बिजली के जर्जर तार खंभे आए दिन टूट कर गिरते रहते हैं। जिसके कारण भगदड़ मच जाती है, और लोगों के जान का खतरा बना रहता है। हालात यह बन जाते हैं, कि तार टूटने के कारण कई कई दिन तक बिजली की आपूर्ति भी बाधित करनी पड़ती है। इसका मुख्य कारण जर्जर तार और यहां होने वाला जलभराव है।

पार्षद का कथन: नगर निगम में वार्ड-43 का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रभावशाली पार्षद रंजन शर्मा को कार्यसमिति में उपाध्यक्ष और सर्वदलीय पार्षद दल का चेयरमैन होने का गौरव हासिल है। उनका कहना है कि अपने कार्यकाल में उन्होंने करीब 90 प्रतिशत काम कराए हैं। जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए वार्ड-62 से लेकर, बिशन चौक से भूमिया पुल तक दो किमी से ज्यादा आरसीसी नाले का निर्माण कराया है। डेढ़ करोड़ की लागत से बने इस नाले से वार्ड तीन, वार्ड-62, वार्ड-34 और 39 के लोगों को भी काफी राहत और लाभ मिला है। वार्ड की गलियों और मुख्य मार्ग के बीच ऊंचा-नीचा होने के बारे में उनका कहना है कि अभी रोड निर्माण का काम बाकी है, जिसके पूरा हो जाने के बाद यह समस्या खुद-बखुद दूर हो जाएगी। शास्त्री कोठी से गौतम नगर तक मुख्य मार्ग का रिपेयरिंग का काम कराया गया है। गौरीपुरा, गौतम नगर, मास्टर कॉलोनी में गलियों का काम कंप्लीट कराया जा चुका है। विवेकानंद स्कूल पर इस समय निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। पार्षद के अनुसार उन्होंने अपने वार्ड में करीब 50 गलियों और नाले-नालियों का निर्माण कराया गया है। शास्त्री कोठी से भूमिया पुल को जाने वाले नाले के निर्माण का कार्य स्वीकृत हो चुका है जिस पर शीघ्र ही निर्माण कार्य हो जाएगा। ब्रह्मपुरी मुख्य मार्ग पर एक पुलिया का निर्माण कराया गया है। जिससे लोगों को आने जाने में काफी सुविधा मिली है और जल निकासी में भी इसका लाभ मिला है।

\रंजन शर्मा का कहना है कि उनको अपने वार्ड में एक पार्क बनाने की इच्छा थी, लेकिन यह कसक वार्ड क्षेत्र में कहीं भी भूमि उपलब्ध न होने कारण अधूरी रह गई है। ऐसी स्थिति में उन्होंने वार्ड की गलियों और मुख्य मार्ग पर सौंदर्यीकरण कराने का अभियान चलाया है और लोगों को इसके लिए प्रेरित भी किया है। इंदिरा नगर की सात छोटी बड़ी गलियों का काम भी शुरू हो चुका है, जिसमें करीब 90 लाख रुपये की लागत आने का अनुमान है।

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