विभागों के आपसी सामंजस्य के अभाव में निर्माण के बाद कुछ महीने में फिर तोड़ दी गईं सड़कें

Update: 2024-05-28 08:20 GMT

गाजियाबाद: विभागों के आपसी सामंजस्य के अभाव में निर्माण के बाद तोड़फोड़ का क्रम जारी है. कुछ माह के भीतर करोड़ों की लागत से बनाई गई सड़कें फिर तोड़ी जा रही हैं. इसकी शिकायत क्षेत्र के पार्षदों ने नगर निगम के अधिकारियों से की है. वहीं दूसरी तरफ मार्ग बंद हो जाने से स्थानीय निवासियों के सामने आवागमन की समस्या भी खड़ी हो गई है.

अयोध्या में विकास कार्यो की गति तेज है. जगह- जगह नई सड़कें इत्यादि बनाने का कार्य कई महीने से जारी है, लेकिन दूसरी तरफ स्याह तस्वीर यह है कि विकास कार्यो को जल्दबाजी में अनियोजित तरीके के करवाया जा रहा है. ताजा मामले पर नजर डाले तो प्राणप्रतिष्ठा के पहले बड़ी छावनी मार्ग बनाया गया था. जिसे फिर तोड़ा जा रहा है. हनुमान कुंड वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि अभय श्रीवास्तव बताते हैं कि पांच महीने पहले 70 लाख की लागत से चार सौ मीटर सीसी रोड का निर्माण विभाग द्वारा कराया गया था. जिसे अब पाइप लाइन डालने के कारण फिर तोड़ा जा रहा है. उन्होंने बताया यही नहीं अभी एक वर्ष पहले जलवानपुरा में डेढ़ करोड़ की लागत से रोड बनी थी जिसे अभी कुछ दिन पहले तोड़ दिया गया. इसी तरह मणिराम दास छावनी के पार्षद प्रतिनिधि रिशु पांडे बताते हैं कि उनके यहां भी 72 लाख की लागत से पांच महीने पहले डामर से रोड का निर्माण किया गया था. जिसे अब तोड़ा जा रहा है. उन्होंने बताया कुछ दिन पहले प्रमोद बंद से लेकर राम वल्लभा कुंज तक , रामसखा से लेकर कठिया मंदिर की गली तक और पीएनबी मार्ग के सीमेंट से बनी रोड को तोड़ दिया गया, जो करोड़ों की लागत से बनी थी. पार्षद कहते हैं कि इसकी शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से की गई है कि पांच महीने पहले संबंधित विभाग के अधिकारियों को यह नही पता था कि जिस स्थल पर निर्माण शुरू हुआ है यहां पर कोई अन्य योजना तो प्रस्तावित नही है. अगर रोड बनने के पहले ही पाइपलाइन डाल दी जाती तो करोड़ों रुपए बर्बाद नहीं होते. उन्होंने बताया इसी के साथ स्थानीय लोगों का आवागमन बंद हो जाता है.

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