नशे में धुत प्रफेसर ने 7 लोगों को कार से मारी टक्कर

Update: 2023-02-08 13:32 GMT

वाराणसी: वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कृषि विभाग के असिस्टेंट प्रफेसर त्रियोगी नाथ ने अपनी फोर्ड कार से सात लोगों को टक्कर मार दी। बीएचयू परिसर में हुए इस घटना से हर कोई सन्न्न रह गया। प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक नशे में धुत फोर्ड सवार प्रफेसर ने तेज रफ्तार से करीब एक दर्जन लोगों को टक्कर मारी।

टक्कर के बाद परिसर में मौजूद छात्रों और लोगो ने कार सवार प्रफेसर को बीएचयू के पुराने बंद पड़े पेट्रोल टंकी के पास पकड़ा। पकड़ने के बाद लोगो ने जम कर प्रफेसर की पिटाई की और प्रक्टोरियल बोर्ड को सौंपा। मौके पर स्थानीय पुलिस भी पहुंच गई। दर्जनभर घायल लोगों में से करीब 7 लोगों को बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर प्राथमिक इलाज के लिए भेजा। अब प्रोक्टोरियल बोर्ड शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में है।

इस दौरान प्रॉक्टोरियल बोर्ड के लोगों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया। घायलों का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। हालांकि कोई गंभीर घायल नहीं है। घायल अभी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। गाड़ी चलाने वाले प्रोफेसर का नाम डॉ. त्रियुगी नाथ है। वह साउथ कैंपस में कृषि विज्ञान संस्थान स्थित स्वॉइल साइंस में फैकल्टी हैं। घायलों के परिजनों ने प्रोफेसर पर ड्रिंक करके गाड़ी चलाने का आरोप लगाया है।

BHU के डॉ. त्रियुगी नाथ मंगलवार की शाम कैंपस स्थित पुराने पेट्रोल पंप के पास ओवरस्पीड में Eco Sport कार लेकर जा रहे थे। उन्होंने सर सुंदरलाल अस्पताल के सुपर स्पेश्यिलिटी बिल्डिंग के पीछे दो बाइक सवारों को जोरदार धक्का मार दिया। बाइक सवारों के गिरने पर प्रोफेसर ने गाड़ी रोकने की बजाय स्पीड दोगुनी कर दी।

वहीं, आगे जाकर प्रोफेसर ने रास्ते में स्कॉर्पियो समेत कई गाड़ियों को टक्कर मारी। इस दौरान एक वृद्ध तो भी धक्का लगा, जिससे वह अचेत होकर गिर गए। वहां मौजूद पब्लिक उनकी घेराबंदी करने लगती है। इसी दौरान प्रोफेसर की कार में कुछ खराबी आती है और वह रुक जाती है।

घटना के बाद घायलों के परिजन प्रोफेसर के कार का पीछा करते हैं। जब कार रुक जाती है तब लोगों ने उसका गेट खोलने की कोशिश की। लेकिन प्रोफेसर ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद भीड़ ने कार के आगे का शीशा तोड़ दिया और प्रोफेसर को बाहर निकालकर जमकर धुनाई कर दी। वहीं, उनके गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। लोगों ने प्रोफेसर को प्रॉक्टोरियल बोर्ड के हवाले कर दिया।

BHU के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह ने कहा कि प्रोफेसर और सभी घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजवा दिया गया है। घटना की जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। कैंपस में तेज गाड़ी चलाने पर रोक है, इस नियम का पालन करना चाहिए। यदि आपकी गाड़ी से कोई घायल हो जाए तो पहला काम उसे इलाज दिलाना होता है। घायलों से जब ट्रॉमा सेंटर में इस दुर्घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस मसले पर कुछ भी बात करने से इनकार कर दिया। घायलों पर दबाव डाला गया कि पुलिस FIR न होने पाए। वहीं, प्रोफेसर के रिश्तेदार भी उसे बचाने में लगे रहे। रिश्तेदारों ने बताया कि प्रोफेसर दो बदमाशों का पीछा कर रहे थे।

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