मेरठ न्यूज़: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने जोन-सी से अवैध निर्माणों का ड्रोन के जरिए सर्वे शुरू कर दिया। मेरठ विकास प्राधिकरण इंजीनियर टीम को लेकर पूरा दिन सर्वे में लगे रहे। हालांकि दोपहर में ड्रोन की बैटरी डाउन होने के चलते सर्वे का काम अवरुद्ध हो गया था। फिर उसकी बैटरी चार्ज हुई, जिसके बाद फिर से ड्रोन के जरिए अवैध निर्माणों का सर्वे का काम शाम 5 बजे तक चला। भोला रोड से सर्वे आरंभ होकर परतापुर तक चला। ये जोन-सी में सर्वे हुआ। इसके अलावा जोन-बी, जोन-डी और जोन-ए में भी ड्रोन सर्वे से अवैध निर्माणों का सर्वे कराया गया। इसमें कई अवैध कॉलोनी अभी काटी जा रही है जो ड्रोन के कैमरे में कैद हो गई। शहर के रोहटा रोड, पल्लवपुरम, किला रोड, गढ़ रोड और दिल्ली रोड पर सर्वाधिक अवैध निर्माण है। इसको देखते हुए 15 दिनों में निर्माणों की प्रगति रिपोर्ट तैयार की जानी है। इसके बाद कमिश्नर समीक्षा बैठक लेगी, जिसमें मेरठ विकास प्राधिकरण के अवैध निर्माणों पर इंजीनियरों के क्लास लगाई जा सकती हैं। फिलहाल मेरठ विकास प्राधिकरण ने 4 ड्रोन किराए पर लिए हैं, जिनका किराया 80 हजार होगा।
इसके बाद एमडीए अपना निजी ड्रोन 36 लाख का खरीद रहा हैं, जिसकी डीएम से अनुमति मांगने के लिए फाइल भेजी हैं। शहर में अवैध निर्माण और कब्जों पर अंकुश लगाने के लिए अब ड्रोन सर्वे शुरू किया गया है। यह सर्वे गुरुवार से आरंभ हुआ, जिसमें प्राधिकरण की इंजीनियरों की टीम लगाई गई है। कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. और डीएम दीपक मीणा के आदेश पर यह सर्वे का काम शुरू हो गया है। पहले 4 दिन किराए पर ड्रोन लेकर सर्वे शुरू हुआ है। इसके बाद एमडीए अपना ड्रोन खरीदेगा। अब ड्रोन सर्वे से आसानी से शहर में बन रहे आवासीय और व्यवसायिक निर्माणों पर पकड़ बनाई जा सकेगी। इसके बाद सूची बनाकर कार्रवाई की जाएगी। हाल ही में कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. ने अपनी पहली एमडीए बैठक के दौरान इंजीनियरों को चेताया था तथा 15 दिन में अवैध निर्माण की सूची भी तलब की थी।