ग्राम पंचायतों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन रुका
अभी मात्र 70 गांवों में ही शुरु हो सकी कूड़ा कलेक्शन योजना
मथुरा: गांवों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का सपना साकार होने में अभी समय लगेगा. मात्र 70 गांवों में ही ई-रिक्शों की खरीद हो सकी. यहां इसे शुरु भी कर दिया है. वहीं 425 गांवों में अभी तक ई-रिक्शों की खरीद नहीं हो सकी है.
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना में जिले की 495 ग्राम पंचायतों में घर-घर से कूड़ा कलेक्शन किए जाने की योजना है. इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों को ई-रिक्शा खरीदने के लिए 1.5 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की जा रही है. जिन ग्राम पंचायतों को यह पैसा मिल चुका है उन 70 ग्राम पंचायतों ने ई-रिक्शे खरीदकर उन्हें गांवों में कचरा कलेक्शन में लगा दिया है.
वहीं शेष 425 ग्राम पंचायतों में अभी तक ई-रिक्शों की खरीद नहीं हो सकी है. इन पंचायतों को भी पिछले दिनों ई-रिक्शा खरीद के लिए धनराशि मिल चुकी है. इन पंचायतों ने ई-रिक्शा खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया भी आरंभ कर दी है. प्रक्रिया पूरी होने में अभी भी समय लगने का अनुमान है. इससे ग्रामीणों का घर-घर कूड़ कलेक्शन का सपना पूरा होने में अभी समय लगने का अनुमान है.
पंचायत को होगी आर्थिक आय कूड़े का कलेक्शन कर उसे एमआरएफ सेंटर पर लाया जाएगा. यहां कचरे में से लोहा, प्लास्टिक, फट्टा, कांच आदि को अलग-अलग किया जाएंगा. इसे कबाड़े में बेचकर ग्राम पंचायतों की अतिरिक्त आर्थिक आय भी होगी. इस आय से स्वच्छता कार्य कराए
स्वच्छता कर से होगा संचालन
पंचायतीराज विभाग के निर्देश पर ग्राम पंचायतों द्वारा गांव के सभी दुकान, मकानों पर स्वच्छता कर अधिरोपित किया जा रहा है. इससे कूड़ा कलेक्शन का संचालन एवं साफ-सफाई के अन्य कार्यों कराए जाएंगे और पंचायत पर स्वच्छता के खर्चें का भार भी नहीं रहेगा.
70 गांवों में ई-रिक्शा खरीद हो चुकी है. वहां कूड़ा कलेक्शन आरंभ हो गया है. शेष 425 ग्राम पंचायतों में पैसा देरी से मिलने के कारण कूड़ा कलेक्शन शुरु नहीं हो सका है. यहां भी ई-रिक्शा खरीद प्रक्रिया पूरी होते ही कूड़ा कलेक्शन कार्य आरंभ हो जाएगा.
किरण चौधरी, जिला पंचायतराज अधिकारी