डीएम ने नौ अफसरों का वेतन लापरवाही पर रोका
स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्थाओं संग बैठक में दिए निर्देश
इलाहाबाद: स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थाओं के काम की समीक्षा जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने संगम सभागार में की. इस दौरान स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही करने पर पांच प्रभारी चिकित्साधिकारी, तीन चिकित्साधिकारी और जिला सामुदायिक कार्यक्रम अधिकारी (डीसीपीएम) का वेतन रोकने का निर्देश दिया. प्रशिक्षित आशाओं की ओर से कार्यक्रम का विवरण प्रस्तुत न करने पर डीएम जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की.
स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्थाओं यूनीसेफ, डब्लूएचओ की मानीटरिंग फीडबैक समीक्षा बैठक में डीएम ने आशाओं से प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली. लक्ष्य के सापेक्ष प्रशिक्षण न होने पर जिलाधिकारी ने डीसीपीएम अशफाक अहमद का वेतन रोकने का निर्देश दिया, साथ ही 15 दिन के भीतर प्रशिक्षण में प्रगति लाने के लिए कहा.
जिलाधिकारी ने होम बेस्ड न्यू बॉर्न केयर (एचबीएनबीसी) में प्रशिक्षित आशाओं की रिपोर्ट न देने पर करछना, रामनगर, मांडा, मेजा तथा शंकरगढ़ के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश दिया. काम में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने रामनगर, मऊआइमा ओर हंडिया के चिकित्सा अधीक्षक का वेतन रोकने का निर्देश दिया. डीएम ने सीएमओ को कॉल सेंटर की स्थापना कराकर और वीएचएनडी दिवस पर एएनएम की मानीटरिंग कराने को कहा . इस दौरान सीएमओ डॉ. आशु पांडेय, सभी एसीएमओ मौजूद रहे.