मुरादाबाद। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह और मुख्य विकास अधिकारी सुमित यादव ने बुधवार को नगर क्षेत्र के बेसिक शिक्षा परिषद के दो स्कूलों का अलग-अलग निरीक्षण किया। रसोइया, शिक्षामित्र और अनुदेशक का वेतन भुगतान न करने पर जिलाधिकारी ने बीएसए का जवाब तलब किया है।
जिलाधिकारी कंपोजिट विद्यालय कन्या तहसील नगर क्षेत्र में अचानक पहुंचे। यहां पर प्रधानाध्यापक सहित नौ अध्यापक उपस्थित मिले। कक्षा 2 व 3 के छात्र-छात्राओं से गणित के सवाल पूछे। कुछ बच्चों ने सही उत्तर दिए। स्कूल में सफाई में कमी मिलने पर प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया कि नियमित सफाई कराएं। स्कूल में कार्यरत रसोइया का मार्च और शिक्षामित्र व अनुदेशक का 3 महीने से वेतन व मानदेय भुगतान न होने पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है।
मुख्य विकास अधिकारी सुमित यादव ने नगर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय मझोला का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय में जूनियर हाईस्कूल के बच्चों की कम्प्यूटर शिक्षा के लिए चल रहे मिशन दक्ष कार्यक्रम की प्रगति जानी। दोपहर एक बजे जब मुख्य विकास अधिकारी विद्यालय में पहुंचे तो यहां पंजीकृत 476 बच्चों में से 283 मौजूद मिले। कम उपस्थिति पर उन्होंने नाराजगी जताई।
बताया गया कि जूनियर हाईस्कूल के 200 बच्चों में से अब तक 95 बच्चे कम्प्यूटर शिक्षा में दक्ष हो चुके हैं। उन्होंने सबसे पहले कक्षा 6 व 7 के बच्चों से कम्प्यूटर संचालन के बारे में पूछा। उनसे लैपटॉप चलवाकर देखा। मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षक बनकर बच्चों को कम्प्यूटर की बारीकियों को समझाया। उन्होंने कक्षा 8 के बच्चों से अंग्रेजी की किताब भी पढ़वाई। मुख्य विकास अधिकारी ने विद्यालय के शिक्षकों को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ ही कम्प्यूटर शिक्षा में दक्ष बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूल परिसर में पौधरोपण भी किया।