वाराणसी: जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जनपद के सभी ग्रामीण प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों एवं अधीक्षकों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की। शुक्रवार देर शाम कैंप कार्यालय पर आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने शिथिल पर्यवेक्षण पर नाराजगी जतायी और चेतावनी दी कि इसमें हर हाल में सुधार किया जाये, वरना अब कड़ी कार्रवाई होगी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के साथ-साथ ब्लॉक वार नामित नोडल अधिकार स्वास्थ्य योजनाओं के पर्यवेक्षण के प्रति तो उदासीन है हीं वह अपने, अधिनस्थों से कार्य समयानुसार सम्पादित नहीं करा पा रहे हैं। बैठक में उन्होंने गर्भावस्था की जांच एवं इसके अंतर्गत गंभीर खतरे वाली गर्भवतियों के चिन्हांनकन के साथ बच्चों के टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना समेत संचालित अन्य कार्यक्रमों के प्रगति की बारी-बारी से जानकारी ली। कमियां मिलने पर उन्होंने कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी सहित, प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों पर भी नाराजगी व्यक्त की।
बैठक में जिलाधिकारी ने उप मुख्य चिकित्साधिकारी आरसीएच के कार्य में शिथिल पाये जाने पर उनका एक माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया। कार्य में लापरवाह 27 आशाओं को निकालने को भी कहा। जिलाधिकारी ने जिला महिला चिकित्सालय में सुविधा शुल्क मांगने के वायरल हुए वीडीओ में दोषी कर्मचारियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई न होने पर नाराजगी जतायी। निर्देश दिया कि यदि दोषी कर्मियों की पहचान नही हो पाती है तो अज्ञात कर्मियों के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज करायी जाय। जन औषधी केन्द्रों में अधिक मूल्य पर दवाएं बेचने व जरूरी दवाओं के न होने की शिकायत को भी जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेने को कहा।
दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय में स्वास्थ्यकर्मियों के गैरहाजिर होने व विलम्ब से आने पर भी जिलाधिकारी ने नाराजगी जतायी और निर्देश दिया कि वहां उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम तत्काल लागू किया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर बरेमा के काफी दिनों से न खुलने के मामले पर नाराजगी जताई। उन्होंने वहां के एएनएम का वेतन वृद्धि रोकने का निर्देश दिया और चेताया कि सुधार नहीं हुआ तो उन्हे बर्खास्त करने की कार्रवाई की जायेगी। प्रथम संर्दभन इकाई पर कराये गये जटिल प्रसव (सिजेरियन) की समीक्षा करते हुए कम उपलब्धि पर अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंगापुर, अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हाथी को चेतावनी देने का निर्देश दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि चिकित्सक समेत सभी स्वास्थ्यकर्मी अपने निर्धारित ड्रेसकोड में ही ड्यूटी करें ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी, मण्डलीय चिकित्सालय कबीरचौरा, जिलामहिला चिकित्सालय के एसआईसी, पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय व एलबीएस चिकित्सालय के सीएमएस भी मौजूद रहे।