स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर 10 महीने पूरे होने पर भी एक भी स्कूल का कायाकल्प नहीं हो पाया
मुरादाबाद न्यूज़: स्मार्ट सिटी परियोजना में बेसिक शिक्षा विभाग के 48 नगर क्षेत्र के जर्जर स्कूलों के कायाकल्प का कार्य सुस्त चाल से चल रहा है। 10 महीने पूरे होने पर भी एक भी स्कूल का कायाकल्प नहीं हो पाया। स्थिति यह है कि इन जर्जर स्कूलों के बच्चों को कहीं न कहीं शरण लेकर या पुराने भवन के किसी एक कमरे में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करनी पड़ रही है।
91 करोड़ रुपये की लागत से जिन 48 स्कूलों का कायाकल्प होना था उसको स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल कर कार्य की शुरुआत मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह और स्मार्ट सिटी के सीईओ व नगर आयुक्त संजय चौहान ने विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के ठीक एक दिन पहले किया था। लेकिन, स्थिति यह है कि दस महीने पूरे होने पर भी अब तक इसमें से एक भी स्कूल का कायाकल्प नहीं हो पाया। हालांकि आपरेशन कायाकल्प में 19 पैरामीटर पर सभी स्कूलों को शत प्रतिशत संतृप्त करना है। इसमें भवन का जीर्णोद्धार, अतिरिक्त कक्ष, शौचालय, किचन, शुद्ध पेयजल, बिजली कनेक्शन, स्मार्ट क्लास आदि की सुविधाएं होनी हैं। इसकी कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम है। खुद मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने भी बैठक में आपरेशन कायाकल्प की सुस्त गति पर नाराजगी जता चुके हैं। यहां तक कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्धप्रिय सिंह ने मई में ग्रीष्मावकाश में तीन दिन तक लगातार नगर क्षेत्र के जर्जर स्कूलों का निरीक्षण कर काम की प्रगति में सुस्ती पर कार्यदायी संस्था के परियोजना प्रबंधक को पत्र लिखा था। लेकिन, फिर भी अभी काम गति नहींपकड़ पाया है। अब तक एक भी स्कूल का जीर्णोद्धार कर कायाकल्प नहीं किया जा सका है।
एक स्कूल तैयार होने की उम्मीद: प्राथमिक विद्यालय मैनाठेर में काम लगभग पूरा होने की स्थिति में है। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर इसका नये सिरे से संचालन होना था। लेकिन, कई काम लटक गए। विद्यालय में 152 बच्चों का नामांकन है। भवन जर्जर होने से बीएसए ने दूसरी जगह संचालन का निर्देश दिया था। प्रधानाध्यापिका इंदु वार्ष्णेय कहती हैं कि पुताई, बिजली कनेक्शन, फिनिशिंग सहित अन्य कार्य बाकी है। नगर क्षेत्र के 48 स्कूलों का 91 करोड़ रुपये की लागत से स्मार्ट सिटी में आपरेशन कायाकल्प योजना के तहत जीर्णोद्धार चल रहा है। कार्यदायी संस्था के जिम्मेदारों की शिथिलता से अभी एक भी स्कूल का कार्य पूरा नहीं हो पाया। प्राथमिक विद्यालय मैनाठेर में लगभग काम हुआ है उम्मीद है नवंबर में अपने भवन में स्कूल का संचालन नई सुविधा के साथ होगा। मार्च 2023 तक आपरेशन कायाकल्प में शत-प्रतिशत स्कूल संतृप्त हो जाएंगे। -बुद्धप्रिय सिंह, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी