मेरठ: महानगर में 90 वार्डों में साफ-सफाई का काम करने वाले करीब 3 हजार से अधिक सफाई मजदूरों का नगर निगम की तरफ से होली से दो दिन पूर्व तक भी वेतन नहीं दिया गया। होली के त्योहार पर भी उनका वेतन नहीं दिये जाने को लेकर सफाई मजदूरों ने विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों से संपर्क साधा। जिसमें रविवार को सफाई मजदूर संगठनों के नेता नगर निगम में पहुंचे और उन्होंने नगरायुक्त एवं अन्य अधिकारियों पर सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न करने एवं त्योहार के दौरान भी वेतन नहीं दिये जाने को गंभीर मामला बताया।
वहीं कहा कि यदि होली से पहले सफाई कर्मचारियों का वेतन जारी नहीं किया गया तो वह निगम के खिलाफ बड़े स्तर पर मोर्चा खोल देंगे और र्इंट का जवाब सफाई मजदूर पत्थर से देना जानता है। इस संबंध में कलक्ट्रेट पहुंचकर एक 10 सूत्रीय मांग पत्र एडीएम प्रशासन दिवाकर सिंह को सौंपा।
नगरायुक्त समेत तमाम अधिकारियों पर सफाई मजदूरों का पेमेंट होली के त्योहार के दौरान भी नहीं दिये जाने का आरोप लगाते हुये रविवार को सफाई मजदूर संगठन के नेताओं ने नगर निगम के परिसर में प्रदर्शन किया। जिसमें सुरेंद्र ढिंगिया पूर्व महामंत्री सफाई मजदूर संघ नगर निगम, दिनेश मनोठिया वरिष्ठ सफाई कर्मी नेता, कमल मनोेठिया सफाई कर्मी नेता, दीपक मनोठिया, दिनेश विद्यार्थी सफाई कर्मी नेता, राजू ढिगिया सफाई कर्मी नेता, नंदकिशोर, अमित बेनीवाल, संजय आदि रविवार को सफाई मजदूरों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एकत्रित हुए।
जिसमें उन्होंने निगम के आयुक्त समेत तमाम अधिकारियों पर सफाई कर्मचारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाया। उनका कहना था कि होली का त्योहार सिर पर है और अभी तक उनका वेतन नहीं मिला, वह घर में कैसे त्योहार मनायेंगे और बच्चों को होली का रंग कैसे दिलवायेंगे। उन्होने निगम कार्यालय में आयुक्त के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। अवकास होने के कारण वह निगम से सीधे कलक्ट्रेट डीएम से मिलने पहुंचे,
वहां पर उन्होने एडीएम प्रशासन से मुलाकात की और इस सूत्रीय एक मांत्र पत्र सौंपा,मुख्य रूप से होली से पूर्व ही वेतन संबधी समस्या के समाधान की तत्वरित मांग की, नहीं तो बडे स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी। वहीं सामान कार्य सामान वेतन की मांग भी उठाई, अवकाश दिवस में जो कार्य सफाई मजदूरों के द्वारा किया जाता है, उसका अलग से वेतन दिया जाये।
नियोजक के द्वारा सफाई ऋमिक के मद से ही 833 रुपये भविष्य निधि के बताकर और 367 रुपये पेंशन के साथ में बताकर अपना अंशदान एवं योगदान बताकर निगम के अधिकारियों के द्वारा गलत तरीके से लिये जाने का भी आरोप लगाया। प्रतिमाह 7 तारीख से पूर्व ही सफाई कर्मचारियों का वेतन दिलाये जाने की मांग की। मानक के अनुसार सफाई कर्मचारियों की संख्या बढाई जाये,
जल्द ही सफाई कर्मचारियों की भर्ती प्रारंभ की जाये। यदि उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं की गई तो फिर सफाई मजदूर संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होगे। एडीएम प्रशासन दिवाकर सिंह ने मांग पत्र पर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया,इसी के बाद वह शांत होकर वापस लौटे।