गाजियाबाद न्यूज़: नगर निगम खतरनाक बन चुके नालों की सुध नहीं ले रहा है. इसके कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. आबादी के बीच बने नालों को सफाई के लिए तोड़ा गया, लेकिन उन पर जाल नहीं लगाए गए हैं. उनमें बच्चों या वाहनों के गिरने का खतरा बना हुआ है. पूर्व में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं.
नगर निगम ने चार साल पहले नालों का सर्वे कराया. इसमें 58 नालों को असुरक्षित माना था. निगम ने उस समय कई नालों पर बल्लियां लगवाईं. कुछ जगह जाल लगाए गए, लेकिन अब फिर से लापरवाही बरती जाने लगी है. दरअसल, आबादी के बीच बने नाले पक्के निर्माण से ढके हैं. उनकी सफाई के लिए नालों के एक हिस्से को तोड़ा जा रहा है. सुरक्षा के लिहाज से उस हिस्से में जाल लगाना या उसे ढकना जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है.
दो माह से नहीं ली सुध अकबरपुर-बहरामपुर में नाला जा रहा है. दो माह पहले सफाई के लिए उसे तोड़ा गया था. नाला सड़क के पास है. सड़क पर वाहनों की आवाजाही ज्यादा रहती है. दो माह से नाले की सुध नहीं ली जा रही. नाले में वाहनों के गिरने का डर रहता है. रात में अंधेरा होने से नाला दिखाई नहीं देता.
मोहननगर क्षेत्र में नाला खुला
मोहननगर औद्योगिक क्षेत्र में नाला खुला है. सफाई के लिए कई माह पहले उसकी खुदाई हुई थी. इसके बाद नाले को ढका नहीं जा सका. जिस जगह नाला है वहां लोगों की ज्यादा आवाजाही रहती है. ऐसे में लोगों को खतरा रहता है.
लोगों की सुनिए
सफाई के लिए नाले को तोड़ा गया था. वह हिस्सा अभी भी खुला हुआ है. शिकायत के बाद भी उसमें जाल नहीं लगाया जा रहा. ऐसे में हादसा हो सकता है.
-रवि शंकर, बहरामपुर निवासी
शहर में कई जगह नाले खुले हैं. उनकी सुध नहीं ली जा रही. इस तरह ध्यान देने की जरूरत है.
ऐसे में हादसा होने का डर है. नालों में गिरने से पूर्व में कई हादसे हो चुके हैं.-रामबीर सिंह, विजयनगर निवासी
इस तरह की जानकारी संज्ञान में नहीं है. स्वास्थ्य विभाग नालों की सफाई करता है. नाले खुले हैं तो उन्हें ठीक करा दिया जाएगा.
-एनके चौधरी, मुख्य अभियंता, नगर निगम
कई घटनाएं हों चुकीं
● वर्ष 2013 में शहीद नगर निवासी समीर की नाले में गिरकर मौत
● वर्ष 2014 में कौशांबी क्षेत्र में तीन साल के बालक की मौत हुई
● वर्ष 2017 में खन्ना नगर कॉलोनी के सात वर्षीय कासिम की भी नाले की वजह से जान गई
● वर्ष 2017 में सुदामापुरी में सात साल की नगमा की गिरकर मौत
● 2018 में मलिक नगर कॉलोनी में साढ़े तीन साल के समीर की मौत
● वर्ष 2018 में चमन कालोनी में नाले में गिरने अयान की मौत
● वर्ष 2021 में नाले में गिरने से विजयनगर में छात्र की मौत
● वर्ष 2022 में गोविन्दपुरम में एक बालक मैनहॉल में गिरा
विजयनगर के लोगों में दहशत
विजयनगर के पास भी नाले को तोड़ा गया था. नाला आबादी के बीच से निकल रहा है. खुदाई के बाद उसे बंद नहीं किया गया. ऐसे में बच्चों के नाले में गिरने का डर रहता है. दो साल पहले नाले में गिरने से एक छात्र की मौत हो गई थी. इस कारण लोगों में दहशत रहती है.