वाराणसी: माफिया डॉन ब्रिजेश सिंह के बेटे सिद्धार्थ सिंह को एक साइबर ठग ने 11 लाख रुपये का चूना लगाया, जिसने उन्हें एक ब्रांडेड पेंट कंपनी की डीलरशिप दिलाने का वादा किया था. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. साइबरक्राइम पुलिस स्टेशन के इंसपेक्टर विजय नारायण मिश्रा ने बताया कि सिद्धार्थ सिंह की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
एफआईआर आईपीसी की धारा 417 (धोखाधड़ी), 420, 465 (जालसाजी), 468, 471 (जालसाजी) और आईटी अधिनियम की 66डी के तहत दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि साइबर सेल ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है. अपनी शिकायत में, सिद्धार्थ सिंह ने बताया किया कि एक पेंट कंपनी की डीलरशिप के आवंटन के लिए एक ऑनलाइन विज्ञापन देखने के बाद, उन्होंने फरवरी में विज्ञापन में दिए गए मोबाइल नंबर से अमित सिंगली से संपर्क किया, जिन्होंने खुद को कंपनी का निदेशक बताया था.
सिंगली ने सिंह को बताया कि डीलरशिप के लिए आवेदन करने के लिए उसे एक बैंक की कलिना (मुंबई) शाखा के खाते में 11,14,539 रुपये जमा करने होंगे. पैसा ट्रांसफर करने के लिए सिंगली ने अकाउंट नंबर और जरूरी कोड्स भी दिए थे. सिंह ने बताया कि 9 मार्च को उसने सिंगली द्वारा दिए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए थे, जिसने पैसा प्राप्त होने के बाद में कंफर्मेशन भी दिया था.
इसके बाद सिंगली ने कुछ मौकों पर उससे बातचीत की, लेकिन बाद में उसका मोबाइल नंबर बंद पाया गया. उनसे संपर्क करने में असमर्थ, सिद्धार्थ सिंह मुंबई में कंपनी के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्हें बताया गया कि न तो अमित सिंगली कंपनी के निदेशक थे और न ही कर्मचारी थे और कंपनी ने डीलरशिप के लिए कोई विज्ञापन जारी नहीं किया था.
इन घटनाक्रमों के बाद, सिंह को यकीन हो गया कि उन्हें एक जालसाज ने धोखा दिया है, जिसने उन्हें 11 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने के लिए फर्जी दस्तावेज जारी किए थे, और उन्होंने शिकायत दर्ज कराई. सिद्धार्थ, ब्रिजेश सिंह का बेटा है, जो अपने और अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी, माफिया डॉन से नेता बने मुख्तार अंसारी के गिरोह के बीच युद्ध के कारण कुख्यात हुआ था, जिसकी 28 मार्च को मृत्यु हो गई थी.