उत्तर प्रदेश के कानपुर के एक गांव में एक रहस्यमयी कबूतर पाया गया। दिलचस्प यह था कि इस कबूतर के गले में ताविज नूमा कागज़ के टूकड़े को सफेद धागे से बांधा हुआ था और पक्षी के गले के भाग में खून के धब्बे थे। कबूतर एक स्थानीय निवासी के घर के प्रवेश द्वार पर बैठा हुआ पाया गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार किसान धर्मेंद्र कुशवाहा ने अपने मवेशियों को चराते समय कबूतर देखा और अपने पड़ोसियों की मदद से उसे पकड़ने में कामयाब रहे। करीब से निरीक्षण करने पर उन्होंने संदेश को एक चौकोर बॉक्स में नीली स्याही से लिखी उर्दू की सात पंक्तियों को पाया, जिससे संदेश के पीछे के अर्थ के बारे में अटकलें लगाई जाने लगीं।
ग्रामीणों ने कबूतर को एक पिंजरे में रखा और पुलिस कंट्रोल रूम को सतर्क कर दिया, साथ ही उन्होंने संदेश का अर्थ समझने के लिए उर्दू विशेषज्ञों की भी तलाश की। पुलिस ने कबूतर को छोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह लौटता रहा।
अधिकारी अब इस घटना की जांच कर रहे हैं और जनता से संदेश या कबूतर के संबंध में किसी भी जानकारी के साथ आगे आने का आग्रह कर रहे हैं। कबूतर और उसके संदेश के आसपास के रहस्य ने कई लोगों में कूतुहल पैदा कर दिया है और अनेकों प्रकार के कयास लगा रहे हैं।