डराने लगा कोरोना : यूपी में सक्रिय मरीज के मामले में पहले नंबर पर पहुंचा नोएडा, एक्टिव केस सात हजार के पार हुए
नोएडा में कोरोना संक्रमित सक्रिय मरीजों की संख्या 7099 हो गई है। यह कोरोना महामारी में अब तक के सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नोएडा में कोरोना संक्रमित सक्रिय मरीजों की संख्या 7099 हो गई है। यह कोरोना महामारी में अब तक के सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज हैं। इससे पहले मई में करीब 6500 सक्रिय मरीज थे। आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका है। जिले में मंगलवार को 1442 नए कोरोना संक्रमित मिले।
होम आइसोलेशन और कोविड अस्पताल से 124 लोग स्वस्थ हुए। इससे पहले मई महीने में एक दिन में इससे ज्यादा मरीज मिले थे। इससे पहले पांच मई को 1703 संक्रमित एक दिन में मिले थे। सक्रिय मरीजों के लिहाज से जिला प्रदेश में नंबर एक स्थान पर बना हुआ है। अब तक जिले में कोविड के 70,972 मामले सामने आए हैं।
स्वस्थ होने वाले कुल मरीजों की संख्या 63405 हो चुकी है। जनवरी से मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। पांच दिन लगातार हजार से ज्यादा मरीजों की पुष्टि की गई। पहली जनवरी से मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जबकि प्रतिदिन 5000 के करीब ही जांच हो रही है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक तीसरे या चौथे संदिग्ध व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। 5000 जांच में 1442 मरीज मिले यानि संक्रमण दर 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
इस तरह से बढ़े सक्रिय मरीज
तिथि केस
1 दिसंबर- 11
29 दिसंबर- 100
5 जनवरी - 1110
9 जनवरी - 4613
10 जनवरी - 5780
11 जनवरी - 7099
200 से कम मरीज अस्पताल में करा रहे इलाज
सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के बावजूद वर्तमान में 200 से कम मरीज ही अस्पताल में इलाज करा रहे हैं जो राहत भरी बात है। 97 प्रतिशत लोग होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे हैं। सेक्टर-39 स्थित कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 42 है जिसमें से पांच को ही आईसीयू में रखा गया है।
1238 को बूस्टर डोज दी गई
कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान के तहत मंगलवार को 1238 स्वास्थ्यकर्मी, अग्रिम पंक्ति कर्मचारी, बुजुर्ग को बूस्टर डोज दी गई। कई बूथ पर स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण टीका लगवाने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ा। 103 सरकारी केंद्रों पर 17,220 लोगों को टीके की पहली, दूसरी और तीसरी खुराक दी गई। 15 से 18 की आयु वाले 7,147 किशोर को पहली खुराक दी गई। 18 से ज्यादा आयु के 3,211 को पहली, 5,624 को दूसरी खुराक लगाई गई।