गाजियाबाद: गांव हिंसाली मार्ग पर दोपहर करीब बारह बजे डी फ्रिज से भरा कंटेनर हाईटेंशन लाइन को छू गया. इस कारण कंटेनर में करंट उतर आया और आग लग गई. करंट की चपेट में आकर चालक और क्लीनर की मौत हो गई. इसके अलावा आग लगने से कंटेनर के अंदर सारा सामान जलकर राख हो गया. दमकल की चार गाड़ियो ने आग पर काबू पाया.
आमनेर राजसमंद (राजस्थान) के बांग्ला के बड़िया निवासी 54 वर्षीय लक्ष्मण सिंह दिल्ली खन्ना मार्केट स्थित सूर्या रोडवेज ट्रांसपोर्ट कंपनी में चालक पद पर कार्य करते थे. लक्ष्मण सिंह गुजरात के अहमदाबाद से एक नामी कंपनी के डी फ्रिज लेकर मुरादनगर थानाक्षेत्र के हिंसाली औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक वेयर हाउस में लेकर आ रहे थे. वह तीन दिन पहले अहमदाबाद से मुरादनगर के लिए चले थे. दोपहर 1210 बजे के आसपास चालक लक्ष्मण सिंह ने कंटेनर को दिल्ली मेरठ मार्ग से हिंसाली मार्ग की ओर मोड़ दिया. जैसे ही वह 50 मीटर आगे पहुंचे तो एक कार को बचाने के चक्कर में कंटेनर को साइड में ले लिया. साइड में लेते ही कंटेनर ऊपर से गुजर रही ग्यारह हजार की हाईटेंशन लाइन से छू गया.
आग लगने पर अफरातफरी हिंसाली मार्ग पर दोपहर बारह बजे के आसपास जैसे ही कंटेनर की छत हाईटेंशन लाइन से छू गई ,तो वैसे ही सबसे पहले पिछले टायरों में आग लग गई. इसके बाद कंटेनर के पिछले हिस्से में आग लग गई और करंट उतर आया. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग की लफ्टें निकलनी शुरू हो गई. इसके चलते हिंसाली मार्ग सहित दिल्ली मेरठ मार्ग भी अफरा तफरी का माहौल बन गया. लोग इधर उधर भागने लगे. लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी.
बाहर कूद नहीं पाए कंटेनर को लक्ष्मण सिंह चला रहे थे. उनके साथ एक अन्य व्यक्ति भी कंटेनर में मौजूद था. हाईटेंशन लाइन की चपेट में आते ही सबसे पहले चालक और क्लीनर ने कंटेनर से कूदने की कोशिश की. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही उन्होंने हैंडल पकड़ा तो करंट की चपेट में आ गया. लाइन कटने के बाद लोगों ने दोनों को किसी तरह कंटेनर से बाहर निकालकर मुरादनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया. जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.