कोविशील्ड को लेकर पीएम के खिलाफ परिवाद दर्ज
एक परिवाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/अपर सिविल जज (सीडी प्रथम) की कोर्ट में दाखिल किया गया
वाराणसी: कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट पर एक परिवाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट/अपर सिविल जज (सीडी प्रथम) की कोर्टमें दाखिल किया गया है.
इसमें प्रधानमंत्री, सीरम इंस्टीट्यूट कंपनी, उसके चेयरमैन, सीईओ, एस्ट्रोजेन कंपनी और उसके चेयरमैन समेत 28 लोगों को विपक्षी बनाया गया है. कोर्ट ने मामले के लिए गठित अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एमपी-एमएलए) की कोर्ट रिक्त होने से प्रकीर्णवाद के रूप में दर्ज करने का आदेश देते हुए सुनवाई के लिए अगली तिथि 23 तय कर दी.
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता विकास सिंह ने अधिवक्ता गोपाल कृष्ण के जरिए कोर्ट में मानव अधिकार अधिनियम 1993 के तहत प्रार्थना पत्र दिया है.
आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी 28 विपक्षीगणों ने मिलीभगत कर बिना परीक्षण के कोविशील्ड नामक दवा बनाई. लोगों को भय दिखाकर कोरोना वैक्सीन बताकर लोगों को लगवाए और उससे लाभ अर्जित किया. आरोप है कि विपक्षीगणों द्वारा यह जानते हुए कि दवा का साइड इफेक्ट्स होगा, लोगों को मौत के मुंह में धकेला गया.
नेत्रहीन छात्राओं ने बिखेरी प्रतिभा: जीवन ज्योति विकलांगतार्थ संस्थान की दृष्टिबाधित छात्राओं ने सीबीएसई की वीं की बोर्ड परीक्षा में अपनी मेधा की चमक बिखेरी. बोर्ड परीक्षा में शामिल सभी छह छात्राओं ने परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर शत प्रतिशत योगदान दिया.
सत्यया राय 93.8 प्रतिशत अंक प्राप्त कर विद्यालय में पहले स्थान पर रही. 93.4 प्रतिशत अंक के साथ निक्की पासवान दूसरे स्थान पर रहीं. स्वीटी सिंह ने 89 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रही. गायत्री भारद्वाज ने 80.4 प्रतिशत, प्रीति खारिया ने 78.8 एवं पायल सिंह ने 71 प्रतिशत अंक हासिल किया. बच्चों की इस सफलता पर संस्थान में प्रसन्नता का वातावरण बना रहा.