Lucknow लखनऊ: उन्नाव बस दुर्घटना के कुछ दिनों बाद, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सड़कों पर कोई भी अनधिकृत बस पाई गई तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपने आधिकारिक आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में, सीएम योगी ने राज्य में चलने वाली सभी यात्री और स्कूल बसों के परमिट, फिटनेस, बीमा और ड्राइवरों की गहन जांच के महत्व पर जोर दिया। सीएम योगी ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद, परिवहन विभाग ने अनधिकृत वाहनों पर नकेल कसने के लिए एक महीने तक चलने वाले गहन अभियान की घोषणा की है। सीएम योगी ने परिवहन के प्रमुख सचिव को कड़े निर्देश जारी करते हुए सवाल किया कि राज्य की सड़कों पर अनधिकृत बसें कैसे खुलेआम चल रही हैं। उन्होंने ऐसी बसों के खिलाफ एक सख्त अभियान चलाने का आदेश दिया है और उनके मालिकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जहां भी ऐसी बसें चलती पाई गईं, परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने घोषणा की कि यात्री सुरक्षा से कोई समझौता अस्वीकार्य है। इसके बाद उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य में पंजीकृत सभी यात्री एवं स्कूल बसों की फिटनेस, परमिट, बीमा और चालकों की गहन जांच की जाए।
सीएम ने चेतावनी दी कि यदि इन निरीक्षणों के बाद कोई घटना होती है, तो परिवहन विभाग के अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी हालत में अनाधिकृत वाहनों को सड़कों पर नहीं चलने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेश के बाद परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने पूरे उत्तर प्रदेश में अनाधिकृत वाहनों को निशाना बनाकर एक महीने तक व्यापक सड़क अभियान शुरू किया है । अभियान में यात्री बसों के साथ-साथ स्कूली वाहनों की भी कड़ी जांच शामिल होगी।
परिवहन आयुक्त ने सभी उप परिवहन आयुक्तों (जोन), क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (प्रशासन/प्रवर्तन) और सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (प्रशासन/प्रवर्तन) को पूरे महीने लगातार ये निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। विभिन्न टोल प्लाजा पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों की तिथिवार ड्यूटी निर्धारित करते हुए विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि निर्धारित तिथियों पर प्रत्येक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संबंधित टोल प्लाजा पर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर क्षेत्र के सभी प्रवर्तन अधिकारियों के साथ प्रवर्तन कार्रवाई करेंगे इस दौरान की गई कार्रवाई की जानकारी और फोटो विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजी जाएगी।
इससे पहले 10 जुलाई को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर डबल डेकर बस के दूध के कंटेनर से टकराने से 18 लोगों की मौत हो गई थी और 19 अन्य घायल हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्नाव में हुए हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। (एएनआई)