सीएम ने कहा, सरकार के काम घर-घर पहुंचाएं, बैठक में सीएम योगी भी शामिल हुए
उत्तरप्रदेश | आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सबसे बड़े सूबे में आरएसएस ने मोर्चा संभाल लिया है. सरसंघचालक डा. मोहन भागवत के प्रवास से ठीक पहले संघ और भाजपा ने मेराथन मंथन किया. देवा रोड स्थित होटल में घंटों चली समन्वय बैठक में मिशन-2024 को लेकर दलितों-पिछड़ों में पैठ बढ़ाने, वैचारिक संगठनों की सुनवाई, संगठन और सरकार के बेहतर तालमेल, थाना-तहसील स्तर पर प्रभावी सुनवाई सहित तमाम विषयों पर चर्चा हुई. बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए.
संघ की समन्वय बैठक दो चरणों में चली. पहले चरण में संघ, भाजपा और वैचारिक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे. भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी व महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह मौजूद रहे जबकि दूसरे चरण की बैठक में सीएम योगी के अलावा दोनों उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य मौजूद रहे. संघ ने तमाम मुद्दों पर भाजपा को जमीनी फीडबैक से रूबरू कराया. पहली बैठक में वैचारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने शिक्षण संस्थानों से जुड़े विषय, लव जिहाद, अवैध मजारें, थाने-चौकियों में सुनवाई जैसे विभिन्न विषय रखे.
वहीं संघ और भाजपा की चिंता दलित वोटों को लेकर है. खतौली, मैनपुरी और घोसी में इसका असर भी देखने को मिल चुका है. उधर, विपक्षी दल पिछड़ों में भी सेंधमारी के प्रयासों में जुटे हैं. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. ऐसे में दलितों-पिछड़ों को साधना जरूरी है.
संगठनों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाएं
संघ की समन्वय बैठक में महिला आरक्षण बिल को लेकर भी चर्चा की गई. इसे सरकार का सराहनीय कदम बताते हुए कहा गया कि इससे आधी आबादी में पैठ और बढ़ सकेगी. साथ ही महिलाओं का प्रतिनिधित्व विभिन्न संगठनों में भी बढ़ाने की बात कही गई.
मुख्यमंत्री ने सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं, कानून-व्यवस्था को लेकर किए गए प्रयास सहित तमाम कार्य गिनाए. कहा कि इन सभी बातों को नीचे तक पहुंचाने की जरूरत है. इस काम को भाजपा के साथ ही वैचारिक संगठन भी बेहतर ढंग से कर सकते हैं. बैठक में सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने विभिन्न विषय रखे. अंत में तमाम विषयों पर आपसी समन्वय स्थापित करते हुए पूरी ताकत से आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने की बात कही गई.