मेरठ: रैन बसेरों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के नगर निगम अफसरों को फटकार लगाई, जिसके बाद ही निगम अफसरों ने रैन बसेरों की दौड़ लगा दी। अव्यवस्थाएं इतनी हावी हैं कि नगर निगम अफसरों ने रैन बसेरों की तरफ से आंखें मूंद ली हैं। इसको लेकर 'जनवाणी' ने खबर भी प्रकाशित की थी। खिड़की के शीशे टूटे पड़े हैं, जिनको सर्दी से पहले ठीक नहीं कराया गया, उन पर अब बोरे लटका कर हवा रोकी जा रही हैं।
अव्यवस्थाएं इतनी हैं, लेकिन ध्यान निगम अफसर नहीं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर के रैन बसेरों को लेकर आदेश जारी किये तो इसके बाद ही निगम अफसरों की नींद टूटी और रेन बसेरों का निरीक्षण किया। जिसमें शेरगढ़ी स्थित रैन बसेरे के केयरटेकर अनिकेत को लापरवाही और बाहरी लोगों के साथ पाए जाने पर उसको हटा दिया गया। इसके अलावा बच्चा पार्क स्थित रैन बसेरा की टूटी खिड़कियों की मरम्मत करने के आदेश दे दिए गए हैं।
उधर, देर रात डीएम दीपक मीणा ने भी शहर के कई रैन बसेरों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था परखी। डॉ. हरपाल सिंह ने बताया उन्होंने टाउन हॉल, बच्चा पार्क, शेरगढ़ी, हापुड़ रोड, भैंसाली बस स्टैंड समेत नौ रैन बसेरों का निरीक्षण किया। अधिकांश जगह पर लोग विश्राम करते हुए मिले और लोगों को ठंड से बचाने के लिए अलाव की व्यवस्था मिली। इन सभी के आधार कार्ड और मोबाइल नंबर रजिस्टर में दर्ज पाए गए।
उन्होंने बताया कि शेरगढ़ी स्थित रेन बसेरा में अलाव नहीं जल रहा था। वहां तैनात किए गए केयरटेकर अनिकेत को बाहरी लोगों के साथ पाया गया। इस लापरवाही के चलते अनिकेत को ड्यूटी से हटाकर ठेकेदार को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया बच्चा पार्क स्थित रेन बसेरा में अंदरूनी स्थिति ठीक मिली। जबकि बाहरी भवन की खिड़कियों के कांच आदि क्षतिग्रस्त पाए गए जिन्हें ठीक कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।