उन्नाव। उन्नाव की पुरवा कोतवाली अंतर्गत सीएचसी बिछिया मे नियुक्त एक उपचारिका (स्वास्थ्य कर्मी) ने केंद्र प्रभारी पर नशे में छेड़छाड़ व उत्पीड़न करने के अलावा धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं केंद्र प्रभारी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
बता दें कि सीएचसी बिछिया में तैनात उपचारिका ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि बीती 27 सितंबर की रात करीब 12 बजे वह ड्यूटी पर थी और एक महिला की डिलीवरी हो रही थी। तभी सीएचसी प्रभारी आरपी सचान नशे में वहां आए और उससे छेड़खानी करने लगे। उसने विरोध किया तो अभद्रता की। इससे इलाज में बाधा आई और प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गई।
आरोप है कि महिला कर्मी ने फोन कर अपने पति को बुलाया तो उसे भी जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर गाली-गलौज किया। कहा कि केंद्र प्रभारी ने उसे नौकरी से निलंबित कराने और कैरियर बर्बाद करने की धमकी देते हुए विभागीय ग्रुप पर उसे निलंबित किए जाने का मैसेज भी डाल दिया।
मामला बढ़ा तो प्रभारी ने उसे सफाई कर्मी से बुलवाकर शिकायत करने पर सर्विस बुक में बैड इंट्री की धमकी दी। वहीं दूसरी ओर केंद्र प्रभारी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया कि उपचारिका की लापरवाही से नवजात की मौत हुई थी। इसके बाद उसे हटाया गया था। एसएचओ सुरेश कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिली है। दरोगा राममोहन सिंह मामले की जांच कर रहे हैं।