यूपी को केंद्र की बड़ी सौगात: चार एक्सप्रेसवे परियोजनाओं को मिलेगी रफ्तार, हाइवे पर 46627 करोड़ रुपये खर्च करेगी मोदी सरकार
राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेसवे के मामले में यूपी को केंद्र ने बड़ी सौगात दी है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेसवे के मामले में यूपी को केंद्र ने बड़ी सौगात दी है। अब यहां 1553 किमी के हाईवे व एक्सप्रेसवे की 32 परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इन पर 46627 करोड़ रुपये खर्च होंगे। खास बात यह कि नए प्रावधान से 63 किमी का कानपुर- लखनऊ एक्सप्रेसवे परियोजना को रफ्तार मिलेगी।
इसके अलावा 642 किमी का वाराणसी से कोलकाता तक एक्सप्रेसवे मेगा परियोजना को भी इस बजट से पंख लगेंगे। इस बजट में फिलहाल 16350 करोड़ रुपये की सौगात मिलेगी।
असल में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनारस-कोलकाता ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे वाराणसी से शुरू होकर बिहार, झारखंड और बंगाल तक जाएगा। इसके जरिए वाराणसी से कोलकाता की दूरी महज 6 से 7 घंटे में पूरी होगी। नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे 8 लेन का होगा। आने वाले वक्त में यूपी में और ज्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेस-वे बनने जा रहे हैं। केंद्र सरकार के बजट में कहा गया है कि देश भर में एक साल के भीतर 25 हजार किलोमीटर का नेशनल हाईवे का जाल बिछाया जाएगा। इसका बड़ा हिस्सा यूपी में आने की उम्मीद है।
माना जा रहा है कि अगले वित्तीय वर्ष में 16350 करोड़ रुपये इसी मद में केंद्र सरकार यूपी में खर्च करेगी। गोरखपुर से सोनाली तक अंतर्राष्ट्रीय लिंक एक्सप्रेसवे बनेगा। यही नहीं गोरखपुर से सिलीगुड़ील एक्सप्रेसवे भी बनना है। यह एक्सप्रेसवे 520 किमी का होगा। यह यूपी से बिहार होकर पश्चिम बंगाल तक जाएगा।
केंद्र सरकार ने ऐलान किया कि 2022-23 के दौरान 25 हजार किमी तक राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तार किया जाएगा। लोगों और सामानों की तेज आवाजाही की सुविधा के लिए 2022-23 में एक्सप्रेसवे के लिए पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।
इन प्रोजेक्ट पर शुरू होगा काम
--कानपुर- लखनऊ एक्सप्रेसवे (63 किमी)
--वाराणसी- कोलकाता एक्सप्रेसवे (642 किमी)
--गोरखपुर- सिलिगुड़ी (520 किमी)
--सोनाली- गोरखपुर लिंक (80 किमी)