घने कोहरे की चपेट में राजधानी लखनऊ, विजिबिलिटी हुई 10 मीटर
लखनऊ की सुबह कोहरे और गलन के साथ हुई। सुबह कोहरा इतना घना था कि वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लखनऊ की सुबह कोहरे और गलन के साथ हुई। सुबह कोहरा इतना घना था कि वाहन चालकों को हेडलाइट जलानी पड़ी। कई इलाकों में 10 मीटर दूर भी साफ नहीं दिख रहा था। पश्चिमी विक्षोभ का असर राज्य में दिखने लगा है। पश्चिम क्षेत्र में कई इलाकों में बारिश भी हुई। अमौसी मौसम केन्द्र के अनुसार लखनऊ में गुरुवार को बादल छाए रहेंगे। कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है।
हाड़ कंपाने वाली ठंड की वजह से सुबह पार्कों में सैर करने वालों की संख्या बेहद काफी कम रही। अधिसंख्य लोग घरों में दुबके रहे। शहरी क्षेत्र में रात से ही कोहरा हो गया था। अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस तक गया फिर नीचे आने लगा।
शाम तक यह 15 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान 20 और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। बुधवार की रात में ही आसमान में बादल छा चुके थे। वहीं, एयरपोर्ट पर दृश्यता 6:00 बजे से 7:30 बजे तक 150 मीटर रही। वैसे इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम कैट 3बी की बदौलत उड़ानों पर असर नहीं पड़ा।
एक दर्जन ट्रेनें लेट हुईं
कोहरे का असर ट्रेनें पर भी पड़ा। बुधवार को लखनऊ आने वाली और लखनऊ से गुजरने वाली एक दर्जन ट्रेनें एक घंटे देरी से पहुंची। इससे यात्री ठंड में ट्रेन के इंतजार में परेशान रहे। बार-बार ट्रेनों की स्थिति पता करने पूछताछ काउंटर पर पूछते रहे। इस दौरान कोहरे से लेट हुई ट्रेनों में चंडीगढ़ एक्सप्रेस व कृषक एक्सप्रेस एक-एक घंटा। इसके अलावा लखनऊ मेल 45 मिनट और एसी एक्सप्रेस 30 मिनट देरी से लखनऊ रेलवे स्टेशन पहुंची।
रेलवे प्रशासन के मुताबिक कोहरे से उत्तर रेलवे के 136 स्टेशन प्रभावित हुए है। जिससे ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के साथ ही लोको पायलटों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिन स्टेशनों पर कोहरे का असर रहा उनमें पंडित दीन दयाल उपाध्याय-प्रतापगढ़ रेलखंड के 25 स्टेशन, प्रतापगढ़-लखनऊ रेलखंड के 25 और लखनऊ एरिया के 13 स्टेशनों शामिल हैं। इनके अलावा लखनऊ-सुलतानपुर-वाराणसी रेलखंड के 29 स्टेशन, बाराबंकी-जफराबाद रेलखंड के 28 स्टेशनों के अलावा 16 अन्य स्टेशनो पर भी कोहरा पड़ा है।