मेरठ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के बुलडोजर का एक्शन जारी है. अब ढाई लाख के इनामी बदमाश बदन सिंह बद्दो पर शिकंजा कसा जा रहा है. गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो के गुर्गे अजय सहगल की संपत्ति पर बाबा का बुलडोजर चला है. अजय सहगल को गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो का राइट हैंड माना जाता है. उसकी सात अवैध दुकानों को तोड़ा गया है.
जानकारी के मुताबिक, टीपी नगर इलाके में गुरुवार सुबह कार्रवाई के लिए पुलिस और प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची थी. प्रशासन की ओर से बताया गया कि बनाई गई दुकानें MDA (मेरठ विकास प्रधिकरण) के पार्क की जमीन पर कब्जा करके बनाई गई है. ये भी कहा गया कि गैंगस्टर बद्दो के इशारे के बाद अजय सहगल ने पार्क की जमीनों पर कब्जा किया था और फिर दुकानों का निर्माण किया गया था.
मेरठ पुलिस ने इसी साल 15 मार्च को ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो और उसके सहयोगी द्वारा अवैध तरीके से जमीन कब्ज़ा कर बनाई गई मार्केट और फैक्ट्री को तोड़कर जमीन को कब्जा मुक्त कराया था. इससे पहले बदन सिंह बद्दो की करोड़ों रुपए की कोठी का भी ध्वस्तीकरण किया जा चुका है.
बदन सिंह बद्दो 1980 के आस-पास तक मेरठ में ट्रक ड्राइवर हुआ करता था. थोड़ी-बहुत दबंगई करता था. यही दबंगई बढ़ती गई, तो बद्दो का नाम मेरठ के छोटे-मोटे बदमाशों में लिया जाने लगा. धीरे-धीरे उसने यूपी के बॉर्डर पर शराब की तस्करी भी शुरू कर दी. यहां से बद्दो का नेटवर्क बड़ा हुआ.
1988 में उस पर पहली बार हत्या का केस दर्ज हुआ, जब उसने दिनदहाड़े मेरठ के गुदरी बाजार कोतवाली में राजकुमार नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी. पश्चिमी यूपी के क्राइम नेटवर्क में बद्दो का नाम फैलने लगा था. बद्दो बड़ी सुर्खियों में आया साल 1996 में, जब उसने मेरठ के वकील रवींद्र गुर्जर की हत्या कर दी.
1996 के इस मर्डर केस में बद्दो को 2017 में गाज़ियाबाद अदालत ने उम्रकैद की सज़ा सुनाई. दो साल सज़ा काटी. फतेहगढ़ की जेल में. मार्च 2019 में उसे एक मामले में फिर गाज़ियाबाद कोर्ट में पेश किया गया. पेशी के बाद पुलिस उसे वापस फतेहगढ़ ले जा रही थी. 28 मार्च, 2019 को शातिर बद्दो ने पेशी के बाद पुलिस को मेरठ के रास्ते होकर चलने के लिए राज़ी कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर मेरठ के मुकुट महल होटल पहुंची. इस होटल में बदन सिंह का भी शेयर था. यहां से बद्दो ने मौके का फायदा उठाया और फरार हो गया था.