बुलंदशहर: यहां 20 हजार रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने गई पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया. इतना ही नहीं भीड़ ने इनामी अपराधी को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए कई राउंड फायरिंग भी की. हालांकि, पुलिस इनामी को गिरफ्तार कर अपने साथ ले जाने में कामयाब रही।
आरोपी के खिलाफ 10 मामले दर्ज हैं
दिल दहला देने वाली यह घटना शिकारपुर क्षेत्र के नगला मेवाती गांव में हुई. इस गांव के रहने वाले फखरुद्दीन के खिलाफ कौशांबी, प्रयागराज और बुलंदशहर के सलेमपुर थाने में करीब 10 मुकदमे दर्ज हैं. इतना ही नहीं फखरुद्दीन पर 20 हजार रुपये का इनाम भी है. राज्य पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी.
पुलिस पर भीड़ का हमला
इसी बीच पुलिस को मुखबिर से फखरुद्दीन के ठिकाने की जानकारी मिली. इसके बाद सलेमपुर पुलिस फखरुद्दीन को गिरफ्तार करने के लिए शिकारपुर थाना क्षेत्र के नगला मेवाती गांव पहुंची. पुलिस ने फखरुद्दीन उर्फ नेता को भी हिरासत में ले लिया. लेकिन जैसे ही पुलिस ने फकरुद्दीन को जीप में बिठाया, ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. आरोपी को छुड़ाने के लिए भीड़ ने पुलिस पर फायरिंग भी की थी. इस बीच पता चला है कि ग्रामीणों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई. हालांकि, ग्रामीणों की यह कोशिश नाकाम रही और वे आरोपी को पुलिस से छुड़ा नहीं सके. बड़ी मुश्किल से पुलिस वांछित अपराधी को लेकर थाने पहुंची. फिलहाल पुलिस ने गांव में कैंप कर लिया है और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रही है.
भीड़ के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई
एसपी रोहित मिश्रा ने बताया कि पुलिस पर हमला करने वाली भीड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है. पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी, ताकि दोबारा ऐसा न हो. उन्होंने आगे बताया कि फखरुद्दीन के खिलाफ कौशाम्बी में 6, बुलन्दशहर में 2 और प्रयागराज में 2 मुकदमे दर्ज हैं. नेता उर्फ फखरुद्दीन के खिलाफ लूट, रंगदारी और हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है.
ग्रामीणों का आरोप
इस मामले में नगला मेवाती निवासी जीशान नाम के शख्स के भी पैर में गोली लगी थी. पुलिस के मुताबिक जीशान को संभवत: वही गोली लगी है जो ग्रामीणों ने पुलिस पर चलाई थी. वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने गांव के कई घरों में तोड़फोड़ की. इसके अलावा कई निर्दोष युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया है और जीशान को लगी गोली के लिए भी ग्रामीण पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.