बीना रिफाइनरी बल्क ड्रग पार्क को देगी क्रूड, मेडिसिन सॉल्ट बनने से विदशों पर निर्भरता कम हो जाएगी
झाँसी न्यूज़: राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र सैदपुर की भूमि पर बल्क ड्रग पार्क बनाने को लेकर निवेशकों की सहमति में बीना रिफाइनरी का अहम योगदान रहा है. दवाइयों के साल्ट बनाने वाली कंपनियों को इस रिफाइनरी से क्रूड आयल आसानी से मिल सकेगा.
दवाइयों में इस्तेमाल होने वाला सॉल्ट देश में बहुत कम जगहों पर बनाया जाता है. जरूरत के हिसाब से उत्पादन कम होने के कारण विदेशों पर इसकी निर्भरता रहती है. बहुत सी कंपनियां चीन सहित विभिन्न देशों से सॉल्ट आयात करके विभिन्न दवाइयों का निर्माण करती हैं. इस निर्भरता को कम करने के लिए भारत सरकार को बल्क ड्रग पार्क की जरूरत काफी दिनों से महसूस हो रही थी. इसके लिए एक साथ दो हजार एकड़ जमीन, बिजली, पानी, सड़क रेल व हवाई परिवहन, पर्यावरण पहली जरूरत थी. एक साथ इन खूबियों वाले स्थान के आस पास रिफाइनरी का होना सर्वोत्तम स्थिति मानी गयी थी. राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र सैदपुर इन सभी जरूरतों पर फिट बैठ गया.
इसके नजदीक हाइवे है. हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण लगभग पूर्ण हो चुका है. विद्युत आपूर्ति के लिए 220 केवीए का बिजली घर कल्यानपुरा में है. इसके अतिरिक्त जनपद में पावर जनरेशन से उत्पादित विद्युत को बेहतर विकल्प माना गया. दवा कंपनियों के लिए प्रस्तावित 25 से 35 एमएलडी पानी यहां से निकलने वाली जामनी बांध की नहर से मिलेगा. सड़क यातायात दुरुस्त करने के लिए उच्चस्तरीय सड़क निर्माण में भी कोई बाधा नहीं है. कृषि प्रक्षेत्र तक सड़क बनी हुई है. इसके अलावा यहां से मध्य प्रदेश स्थित बीना रिफाइनरी महज नब्बे किलोमीटर दूर है. दवाइयों के सॉल्ट बनाने में क्रूड की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है. इससे विभिन्न रासायनिक पदार्थों का रिएक्शन करवाकर साल्ट बनाए जाते हैं. इसलिए बल्क ड्रग पार्क में निवेश करने वाली कंपनियों को क्रूड की प्रचुर मात्रा में इस रिफाइनरी से पूरी होगी. बीना रिफाइनरी का नजदीक होना सैदपुर में बल्क ड्रग पार्क पर निवेशकों की सहमति का प्रमुख कारण बना.