वन विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने, वन विभाग के पास डेरा सच्चा सौदा आश्रम की जमीन का कोई हिसाब-किताब नही
बागपत न्यूज़: उत्तर प्रदेश के वन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बागपत में बेशकीमती जमीन वन विभाग ने डेरा सच्चा सौदा आश्रम को दे दी। आश्रम को कितनी जमीन दी गई और डेरा प्रबंधन से वापस कितनी जमीन ली गई, इसका वन विभाग के पास कोई हिसाब-किताब नहीं है। वन विभाग पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। अब अफसरों की नींद टूटी है। अपनी भूमि का पता करने के लिए बड़ौत के फॉरेस्ट रेंजर ने डेरा प्रबंधन को नोटिस जारी करके भूमि के अभिलेख दिखाने को कहा है।
आखिर मामला क्या है: बरनावा गांव के जंगल में करीब चार दशक पहले सैकड़ों बीघा जमीन पर डेरा सच्चा सौदा आश्रम की स्थापना हुई थी। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा आश्रम प्रबंधन ने धीरे-धीरे किसानों की भूमि खरीदकर आश्रम का विस्तार किया। इसी दौरान कई एकड़ भूमि का वन विभाग और आश्रम प्रबंधन के बीच आदान-प्रदान हुआ था। अब सवाल यह है कि वन विभाग के पास डेरा सच्चा सौदा आश्रम को दी गई भूमि का कोई रिकार्ड नहीं है।
आश्रम के प्रबंधन पर लगे कई गम्भीर आरोप: डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सजा होने के बाद आश्रम प्रबंधन पर तमाम गम्भीर आरोप लगे। उन्होंने वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। उस समय वन विभाग और राजस्व विभाग टीम ने जमीन की कई बार नापतौल की थी, लेकिन सबकुछ खानापूर्ति की गई। कुछ दिन बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। वन विभाग की अब फिर से नींद टूटी है। अब बड़ौत के रेंजर ने डेरा सच्चा सौदा आश्रम प्रबंधन को डाक से एक नोटिस भेजा है।
आश्रम प्रवक्ता ने कहा- अभी नोटिस नहीं मिला: वन रेंजर राजपाल सिंह ने बताया कि डेरा प्रबंधन को डाक से एक नोटिस भेजा गया है। वन विभाग से डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा को दी गई भूमि के अभिलेख मांगे गए हैं। वहीं, डेरा सच्चा सौदा आश्रम के प्रवक्ता एडवोकेट जितेन्द्र खुराना ने कहा कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। वन विभाग का कोई नोटिस अभी नहीं मिला है। नोटिस मिलेगा तो जवाब देंगे। दस्तावेज दिखा देंगे।