ISI और खालिस्तानी गठजोड़ से देश में बड़ी साजिश की थी तैयारी, ATS ने किया नाकाम, हुई वारदात
पाकिस्तानी और खालिस्तानी गठजोड़ देश में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में था। जिसको एसटीएफ और शामली पुलिस ने नाकाम कर दिया। जांच में पता चला है कि आईएसआई एजेंट दिलशाद मिर्जा कलीम से बातचीत में खालिस्तानियों के भी अपने साथ होने का दावा कर रहा है। हालांकि, यह जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
माना जा रहा है कि आईएसआई और खालिस्तानी किसी बड़ी साजिश की तैयारी में थे। जिसके लिए देश के युवाओं को अपने साथ जोड़ा जा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने आईएसआई और खालिस्तानी गठजोड़ को तोड़ने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
जिले में मिल चुका है पाकिस्तान खालिस्तानी कनेक्शन
2018 में झिंझाना थाने की चौसाना चौकी क्षेत्र में सिपाही व होमगार्ड पर हमला कर दोनों की राइफल लूट ली गई थी। इस मामले में पकड़े गए आरोपियों के संबंध खालिस्तानी संगठन से होने का पुलिस ने खुलासा किया था। करीब दो साल पहले एटीएस ने गांव गोगवान जलालपुर निवासी दो लोगों को पिस्टल और तमंचे के साथ पकड़ा था। उस समय एटीएस ने खालिस्तानी मॉड्यूल को हथियार सप्लाई करने का खुलासा किया है। करीब चार साल पहले अटारी बॉर्डर पर गांव पंजीठ निवासी व्यक्ति अवैध पिस्टलों के साथ पकड़ा गया था।
एसटीएफ ने कई स्थानों की खाक छानी
कलीम के पकड़े जाने के बाद फरार उसके भाई और सहारनपुर के युसुफ की तलाश में एसटीएफ ने शुक्रवार को शामली, सहारनपुर और अन्य कई स्थानों की खाक छानी मगर सफलता हाथ नहीं लग सकी। एसटीएफ ने जल्द फरार आरोपियों को पकड़ने का दावा किया है। कहा कि इस प्रकरण में जिन-जिन लोगों के नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।