मुजफ्फरनगर: शहर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में पिछले 14 दिनों से किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर चल रहा धरना महापंचायत के अंत में एसएसपी संजीव सुमन व एडीएम-ई नरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा दिए गए आश्वासन पर भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत द्वारा समाप्त कर दिया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार पर जमकर तंज कसे और घोषणा की कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 20 मार्च को दिल्ली में बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की ट्यूबवैलों पर जबरदस्ती मीटर लगाये गये तो विद्युत अधिकारियों को इलाज कर दिया जायेगा।
राकेश टिकैत ने यूपी में गन्ने का भाव 450 रुपये कुंतल करने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ फिर तेवर दिखाए। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने अंदाज में कहा कि नलकूपों पर किसी भी कीमत पर बिजली के मीटर नहीं लगने देंगे और न ही पुराने ट्रैक्टर बंद होने देंगे। नागपुर पॉलिसी चल रही है।
टिकैत ने कहा कि पीएसी नहीं, मिलिट्री बुलाओ, पर मीटर नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपने मीटर की सुरक्षा करें, चोरी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियों को बिजली बेची जा रही है। टिकैत ने कहा कि गरीबों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कंपनियों की सरकार है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार अपनी बदी से बाज नहीं आएगी तो मजबूरन किसानों को बड़ा फैसला लेना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा चुनाव के दौरान किसानों को बिजली फ्री देने का वायदा किया गया था, मगर अब वही प्रदेश के मुखिया किसानों का शोषण करने पर तुले हुए हैं और सभी किसानों की ट्यूबवेल पर मीटर लगाकर उनसे वसूली करने के लिए जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश मुखिया शायद यह भूल गए हैं कि वह केवल इस कुर्सी पर 5 साल के लिए चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि सीधे-सीधे किसानों की बात प्रदेश मुखिया के समझ में नहीं आ रही है तो फिर सत्ता से इस तरह गायब हो जाएंगे, जैसे कि गधे के सिर से सींग गायब हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा दिन-रात मेहनत कर फसल को तैयार किया जाता है, मगर प्रदेश सरकार द्वारा लिये गये फैसलों के कारण आवारा पशु किसानों की मेहनत जाया कर रहे हैं, क्योंकि आवारा पशुओं द्वारा किसानों की फसल को बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों पर बेफिजूल के मुकदमे भी कायम किए हुए हैं, अगर मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा, जिसकी कल्पना प्रदेश सरकार द्वारा नहीं की गई होगी।
टिकैत ने ऐलान किया कि 26 जनवरी 2024 को पूरे देश में ट्रैक्टर परेड होगी। किसान संगठन किसी एक पार्टी के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां सरकार किसान के खिलाफ फैसले करेगी, हम वहीं जाएंगे। उन्होंने किसानों को चेताया कि जमीन छीनने की तैयारी है, गलत तरीके से भूमि अधिग्रहण किया जाता है। उन्होंने ऐलान किया कि हमारे आंदोलन का अगला पड़ाव फिर दिल्ली होगा। 20 मार्च से संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली में आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 20 साल तक की लड़ाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि किसानों को फर्जी मुकदमों से डराया जाता है। टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर किसान का फाइटर विमान है। उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान अपनी मर्जी से मीटर लगवाना चाहते हैं, वह लगवा सकते हैं।
पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों को बांटी जा रही पर्चियों पर गन्ने के रेट के स्थान पर शून्य लिखा आता है। उन्होंने कहा कि गन्ने का दाम बढ़ाया जाए।
महापंचायत में मंच से भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह के तेवर भी तीखे रहे। उन्होंने कहा कि किसान सरकार के एजेंडे में नहीं है। उन्होंने कहा कि बजट में किसान की आय पर कोई चर्चा नहीं हुई। सरकार ने छह साल पहले आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन आय घट गई। सरकार ने 2047 तक का झुनझुना दिया है और विश्व गुरु बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सरकारी संपत्तियों को बेच रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार खेती पर निवेश कम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार एमएसपी नहीं, कर्जा देने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि खेती के लोन अडानी के माध्यम से दिए जाएंगे। उन्होंने किसानों को चेताया कि यह जमीन कुर्क करने की तैयारी है। अगर सरकार 85 करोड़ को मुफ्त राशन दे रही है, तो समझ लो देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। युद्धवीर सिंह ने कहा कि 20 मार्च को पूरे देश का किसान एक साथ दिल्ली कूच करेगा।
उन्होंने कहा कि पूरे देश की निगाह मुजफ्फरनगर पर है। यहां के किसान आंदोलन को मजबूत रखें। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन समाप्त नहीं हुआ, अब दूसरा चरण 20 मार्च से शुरू होगा। किसान एमएसपी की लड़ाई जारी रखेंगे।
मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान पर शुक्रवार को भाकियू की महापंचायत में भारी भीड़ उमड़ी। मुजफ्फरनगर के अलावा पश्चिम यूपी के पड़ौसी जिलों शामली, सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा, अलीगढ़ से भारी संख्या में किसान सुबह से बसों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ भारी संख्या में सभा स्थल पर पहुंचे। महापंचायत को देखते हुए शहर के कई स्कूल कॉलेज बंद रखे गए थे।
प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर आंदोलन खत्म हुआ:
महापंचायत के अंत में एसएसपी संजीव सुमन के नेतृत्व में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से वार्ता की गई, जिसमें मंच के पास ही नीचे बैठकर काफी देर तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन, एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय एवं अपर जिलाधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से बातचीत की। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि किसानों के रुके हुए गन्ना भुगतान को शीघ्र कराने के लिए मिल प्रबंध तंत्र को विवश कर दिया गया है, जिसमें बीते दिवस भी बकाया भुगतान हुआ है। अधिकारियों ने कहा कि बाकी बचा हुआ भुगतान भी जल्द करा दिया जाएगा। इ
सके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के ट्रैक्टरों की अवधि 10 साल की गई है, उसमें कुछ असमंजस है, जो अभी पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्णय लिया गया है, तो इस बारे में प्रदेश सरकार से बात की जायेगी और किसानों के ट्रैक्टर पर की गई 10 साल की अवधि को पूर्ण रूप से बंद कराए जाने का प्रयास किया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से धरने को समाप्त करने की अपील की, जिसके बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने धरने को समाप्त करने की बात कही और जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मांगें जल्द पूरी नहीं की गई तो फिर इससे भी बड़ा आंदोलन भारतीय किसान यूनियन के द्वारा किया जाएगा।
इन्होंने पंचायत को संबोधित किया: इस मौके पर भाकियू सु्प्रीमो चौधरी नरेश टिकैत, राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, राष्ट्रीय महासचिव चौधरी युद्धवीर सिंह, हरियाणा भाकियू के अध्यक्ष रतन मान, जोगेंद्र सिंह नैन, सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान, थांबेदार बाबा श्याम सिंह मलिक, राष्ट्रीय महासचिव राजवीर जादौन, प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा, युवा भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष अनुज सिंह के अलावा अन्य खापों के चौधरियों ने भी संबोधित किया।