प्रशिक्षण से पहले कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए जुगत में

चुनावी ड्यूटी कटवाने की जुगत

Update: 2024-02-29 06:51 GMT

गाजियाबाद: लोकसभा चुनाव 24 की तैयारियों तेज हो गई हैं. मतदाता सूची तैयारी की जा चुकी है, लेकिन प्रशिक्षण से पहले कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए जुगत में लगे हैं.

इन दिनों जिला मुख्यालय में अधिकारियों के पास कर्मचारी फाइल लेकर खड़े दिखाई देते हैं. कोई हस्ताक्षर कराने आ रहा है तो कोई फाइल की जानकारी लेने के लिए. काम पूरा होते ही सभी की प्रार्थना रहती है कि वह विशेष पटल पर हैं. चुनाव में उनकी ड्यूटी लग गई तो काम प्रभावित होगा. ऐसे में उनका नाम सूची में शामिल न किया जाए. कुछ कर्मचारी बता रहे हैं कि उनको या उनके परिवार में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत है. इस कारण वह चुनाव ड्यूटी करने में सक्षम नहीं है. यह नजारा तो जिला मुख्यालय का है. विभागों में भी इन दिनों यही स्थिति है. अधिकारी और कर्मचारी शुरुआत में ही बनाई जा रही. सूची में अपना नाम हटवाने की जुगत में लगे हैं.

विभागवार मांगी गई है सभी कर्मचारियों की सूची जिला मुख्यालय में पिछले दिनों हुई निर्वाचन आयोग की बैठक में निर्देश दिए गए थे कि सभी विभाग अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार कर जल्द उपलब्ध कराएं. इस निर्देश के बाद आजकल विभागों में चुनाव ड्यूटी में लगाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है. खास बात यह है कि जिला मुख्यालय से वही सूची मांगी गई है, जिनकी ड्यूटी पिछले चुनाव में लगाई गई थी.

नियमावली खोज रहे कर्मचारी

विभागों के कुछ कर्मचारी उस नियमावली की भी खोज में जुटे हैं जिसमें लिखा हो कि किन लोगों की ड्यूटी चुनाव में नहीं लगाई जा सकती. कई कर्मचारी तो अभी से नियमानुसार भूमिका तैयार करने में जुट गई है. जिलाधिकारी इंद्रविक्रम सिंह का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जानी है. सभी विभागों से पिछले चुनाव में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी उसकी सूची मांगी गई है. इन सभी कर्मचारियों को जल्द ही प्रशिक्षण शुरू कराया जाएगा.

मनपसंद पटल पर स्थांनातरण चाह रहे

कर्मचारियों ने इस बात की जानकारी कर ली है कि कौन से पटल पर रहने से चुनाव में ड्यूटी से राहत मिल सकती है. कर्मचारी उन्हीं पटल पर ड्यूटी लगाने की भी जुगत में लगे हैं. खासकर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग में इस तरह की कई पटल हैं, जहां इमरजेंसी में ड्यूटी रहती है और चुनाव ड्यूटी से बचाव हो जाता है. बता दें कि जल्द ही चुनाव कराने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशिक्षण होना है. इसके लिए सूची तैयारी की जाएगी. इसके लिए सभी विभागों से एक सप्ताह के भीतर सभी कर्मचारी की सूची मांगी गई है ताकि उनके प्रशिक्षण शुरू कराया जा सके.

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