Bareilly: आय से अधिक संपत्ति में फंसा रिटायर्ड इंजीनियर
2.31 करोड़ की आय और 3.33 करोड़ खर्च करने का आरोप
बरेली: सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता के खिलाफ विजिलेंस थाने में आय से अधिक संपत्ति की पुष्टि पर भ्रष्टाचार अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. यह रिपोर्ट शासन से हुई शिकायत पर प्राथमिक जांच के बाद दर्ज कराई गई है, जिसमें आय के सापेक्ष एक करोड़ से ज्यादा रकम खर्च करने की पुष्टि हुई है.
विजिलेंस इंस्पेक्टर अरविंद सिंह ने शाही के गांव कुल्छा निवासी सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता देवराज के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उसके खिलाफ 25 मार्च 2021 को आय से अधिक संपत्ति होने की गोपनीय शिकायत की गई थी. शासन ने विजिलेंस से जांच कराई. जांच में पाया गया कि आय के समस्त ज्ञात व वैध स्रोतों से देवराज ने दो करोड़ 31 लाख 52 हजार 94 रुपये की आय अर्जित की, जबकि इस दौरान उसने तीन करोड़ 33 लाख 29 हजार 987 रुपये खर्च किए. इस प्रकार जांच के लिए निर्धारित अवधि में उसने एक करोड़ से ज्यादा रकम खर्च की और वह आय से अधिक संपत्ति का दोषी पाया गया, जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है.
गांव से लखनऊ तक बनाई संपत्ति अधीक्षण अभियंता देवराज ने नौकरी के दौरान की गई अवैध कमाई से अपने गांव से लेकर लखनऊ तक संपत्ति बनाई है. अब वह परिवार के साथ लखनऊ में घर बनाकर रह रहा है. कुल्छा गांव में नौकर उसके घर की देखभाल करता है.
शासन के आदेश पर केस: विजिलेंस ने देवराज के खिलाफ जांच पूरी करने के बाद जून माह में शासन को रिपोर्ट भेजी थी, जिस पर रिपोर्ट दर्ज करके विवेचना के निर्देश दिए गए. उसी आधार पर अब विजिलेंस थाने में देवराज के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई है