बरेली : जलाभिषेक करने से पहले होगी कांवड़ियों की परीक्षा
कांवड़ियों की परीक्षा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बरेली, नाथनगरी में भोले बाबा के दर्शन करना शिवभक्तों के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगी। भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों को टूटी सड़कों से होकर गुजरना पड़ेगा। किला पुल से होते हुए अलखनाथ मंदिर पहुंचने के लिए करीब दो किलोमीटर का रास्ता बदहाल है। हालांकि, कुदेशिया फाटक के पास करीब पांच सौ मीटर जर्जर सड़क को दुरुस्त कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग ने सावन से पहले सड़क की मरम्मत कराए जाने का आश्वासन दिया था।
इस बार भी सावन की कांवड़ यात्रा के दौरान किला पुल से अलखनाथ मंदिर पर जल चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी से जूझना पड़ेगा। क्योंकि मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है। इसी मार्ग पर चलकर कांवड़िये मंदिर तक की कांवड़ यात्रा पूरी करेंगे। भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए कांवड़ यात्रा में मात्र एक दिन शेष रह गया है, लेकिन जर्जर मार्ग इस बार भी मुसीबत का कारण बनेंगे।
पिछले वर्ष अप्रैल में ईंट, गिट्टी और बजरी डालकर खानापूर्ति की गई थी। नुकीले पत्थर व कंकड़ कांवड़ियों के पैरों में शूल का काम करेंगे। करीब दो किलोमीटर की दूरी में हर 10-15 कदम गड्ढे हैं। इनमें भी जगह-जगह सिर्फ ईंट व पत्थर ही भरे पड़े हैं। इसके अलावा जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है। बारिश हुई तो मार्ग पर कीचड़ के साथ जलभराव हो जाएगा।
कुदेशिया क्रासिंग के पास सड़क मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। वहां पर काम पूरा होने के बाद किला पुल से अलखनाथ मंदिर तक का मार्ग दुरुस्त कराया जाएगा— नारायण सिंह, लोक निर्माण विभाग