Bareilly बरेली । एक किशोरी को दूसरे समुदाय के चूड़ी बेचने वाले युवक के भगा ले जाने के बाद आंवला सर्किल के गांव चकरपुर और महमूदपुर में हालात संवेदनशील हो गए हैं। सीओ एलआईयू ने भी डीएम और एसएसपी को भेजी रिपोर्ट में दोनों गांवों के लोगों के बीच तनाव बढ़ने की बात कही है। बताया गया है कि धार्मिक विवाद की वजह से डेढ़ साल पहले भी उनके बीच टकराव की नौबत पैदा हुई थी जो किशोरी को भगा ले जाने के बाद अब फिर बढ़ गई है।
चकरपुर गांव की एक 15 वर्षीय किशोरी को महमूदपुर गांव का आमिर हुसैन नाम का युवक कुछ दिन पहले भगा ले गया था। किशोरी के पिता की ओर से आमिर के साथ इस मामले में महमूदपुर के ही बबलू और सुहैल को भी नामजद करते हुए थाना आंवला में आठ फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया जाता है कि आमिर सिरौली के गांव के चकरपुर में चूड़ी और महिलाओं के शृंगार का सामान बेचने काफी समय से आता था। इसी बीच वह 15 वर्षीय किशोरी को फुसलाने में कामयाब हो गया और आठ फरवरी को उसे भगा ले गया। पुलिस अब तक किशोरी को तलाश नहीं कर पाई है।
सीओ एलआईयू की ओर से एसएसपी और डीएम को भेजी रिपोर्ट में बताया गया है कि दो समुदाय के बीच का यह प्रकरण संवेदनशील बना हुआ है। दोनों गांव के बीच करीब एक किमी की दूरी है। करीब 15 सौ की आबादी वाले चकरपुर गांव में दूसरे समुदाय के लोग नहीं रहते। महमूदपुर गांव की आबादी करीब पांच हजार जहां 20 प्रतिशत लोग दूसरे समुदाय के भी हैं। अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद और हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी आरोपियों की गिरफ्तारी और लड़की की बरामदगी की मांग कर रहे हैं। गांव महमूदपुर में करीब डेढ़ साल पहले एक धर्मस्थल की ईंटों को लेकर भी दोनों समुदायों के बीच विवाद हो चुका है। इसके बाद अब तक उनमें मतभेद बना हुआ है। आशंका जताई गई है कि आरोपियों की गिरफ्तारी और लड़की की बरामदगी के लिए जल्द धरना-प्रदर्शन भी शुरू हो सकता है।