Ballia: सभी सहकारी समितियां एक महीने में सक्रिय होंगी
"रोस्टर से होगी निगरानी"
बलिया: कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जनपद सहकारी विकास समिति की बैठक में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। उन्होंने ए-आर कॉपरेटिव बृजेश पाठक को आदेश दिया कि एक माह के भीतर सभी पंजीकृत सहकारी समितियों को सक्रिय किया जाए।
समितियों की निगरानी और प्रशासनिक निर्देश
डीएम ने समितियों के कार्यों की नियमित निगरानी के लिए रोस्टर आधारित निरीक्षण की व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए। साथ ही, उप जिलाधिकारी के सहयोग से सहकारी समितियों की भूमि और भवन को भू-राजस्व अभिलेखों में दर्ज कराने का आदेश दिया।
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बैठक में अनुपस्थित रहने वाले मुख्य कार्यकारी अधिकारी (मत्स्य) का एक दिन का वेतन रोकने का भी आदेश दिया गया।
2025: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष
बैठक में ए-आर कॉपरेटिव ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया है। इसकी थीम "सहकारी समितियां बेहतर कल का निर्माण करती हैं" रखी गई है। इसी थीम के तहत बलिया जिले में सहकारी विकास की व्यापक योजना तैयार की जा रही है।
गांवों की पहचान और नई समितियों का गठन
न्याय पंचायत स्तर पर 5 नई बहुउद्देशीय प्राथमिक कृषि ऋण समितियां (एम-पैक्स) बनाई जाएंगी।
बलिया में 154 निष्क्रिय दुग्ध समितियां हैं, जिनमें से कुछ गांव घाघरा नदी में विलीन हो चुके हैं। आजमगढ़ दुग्ध संघ इन गांवों की पहचान कर रहा है, जिसके बाद नई समितियों का गठन होगा।
बहुउद्देशीय मत्स्य सहकारी समिति के तहत 4 नई इकाइयों के गठन का भी प्रस्ताव है।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।