बदायूं: कल (गुरुवार) जमाअत ए इस्लामी हिन्द की महिला प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश पश्चिम की प्रदेश सचिव डॉ संजीदा आलम ने प्रेस वार्ता कर बताया कि समाज में कई प्रकार की बुराइयां पनप रही हैं, जो हमारे सामाजिक जीवन को प्रभावित कर रही हैं। इनमें से नशे की बुराई सबसे गम्भीर और चिंताजनक है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन को बर्बाद करती है बल्कि परिवार और समाज की जडों को भी कमजोर करती है। इस बुराई के कारण युवा पीढ़ी अपनी क्षमता और भविष्य को खो रही है। इसके चलते अपराध, स्वास्थ्य समस्याएं और आर्थिक तंगी जैसी कई अन्य समस्याएं भी जन्म ले रही हैं। नशे की लत समाज की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा बनती जा रही है, जिसे जड़ से समाप्त करना अतिआवश्यक है। इसकी गम्भीरता को देखते हुए जमाअत ए इस्लामी हिन्द उत्तर प्रदेश पश्चिम ने नशा मुक्त समाज हमारा संकल्प शीर्षक के तहत नशा मुक्ति अभियान 14 फरवरी से 23 फरवरी तक मनाने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि नशे की लत से ग्रस्त व्यक्ति किसी भी स्तर तक गिरना स्वीकार कर लेता है। नशे की हालत में वह नैतिक, आध्यात्मिक, शारीरिक और मानसिक क्षमताओं को नष्ट कर देता है। जिससे अनगिनत आर्थिक और सामाजिक समस्याएं उसको घेर लेती हैं। और उसके परिवार को बहुत सी समस्याओं की ओर ढ़केल देती हैं। घरेलू हिंसा, बलात्कार जैसी घटनाएं नशे के कारण सामने आती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए जागरूकता कार्यक्रम और धार्मिक व नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को इस बुराई के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सशक्त समाज बनाया जा सके। वर्तमान समय में नशे पर पाबन्दी लगाने के लिए सरकार कोई संजीदा कदम नहीं उठा रही है। हर जिले में नशा मुक्ति केन्द्र और दूसरी योजनाएं आती रहती हैं। मगर नशा करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में बुद्धिजीवियों और धर्मगुरुओं की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि शराब और अन्य नशों की बुराइयों को समाज के सामने प्रस्तुत करें।
उन्होंने कहा कि जमाअत ए इस्लामी हिन्द एक राष्ट्रव्यापी सामाजिक धार्मिक संगठन है। यह संगठन एक ऐसे समाज का निर्माण चाहता है जहां पर सुख शांति एवं न्याय हो। और हमारा समाज हर स्तर की बुराइयों को समाप्त करने का प्रयास करे। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अन्तर्गत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम संगठन की ओर से चलाए जाएंगे। विचार गोष्ठी, पब्लिक मीटिंग, खुतबात ए जुमा, नुक्कड़ सभाएं, व्यक्तिगत और सामूहिक मुलाकातें, स्कूल एवं कॉलेज में लेक्चर, मीडिया एवं सोशल मीडिया द्वारा प्रचार प्रसार, महिलाओं, छात्रों एवं युवाओं में अलग से कार्यक्रम, शासन प्रशासन एवं समाज के प्रभावशील व्यक्तियों के साथ मुलाकातें एवं नशा मुक्ति केन्द्रों की विजिट, नशे के आदी लोगों के साथ बैठक आदि कार्यक्रम चलाएं जाएंगे। उन्होंने से अपील करते हुए कहा कि इस अभियान का हिस्सा बनकर नशा मुक्त समाज की स्थापना में अपना योगदान प्रदान करें। इस अवसर पर असमा इम्तियाज, शीवा खान, डॉ इत्तेहाद आलम, मुहम्मद शादाब, फारिया आलम, मुहम्मद आरिफ, सरफराज अब्बासी उपस्थित रहे।